कालाढूंगी में कॉर्बेट हेरिटेज सफारी का नया सीजन शुरू,विधायक बंशीधर भगत ने दी हरी झंडी

रामनगर के कालाढूंगी क्षेत्र में कॉर्बेट हेरिटेज सफारी का नया पर्यटन सत्र शनिवार से शुरू हो गया। इस सत्र की शुरुआत विधायक बंशीधर भगत ने…

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रामनगर के कालाढूंगी क्षेत्र में कॉर्बेट हेरिटेज सफारी का नया पर्यटन सत्र शनिवार से शुरू हो गया। इस सत्र की शुरुआत विधायक बंशीधर भगत ने की। उन्होंने कहा कि यह सफारी इलाके के लोगों के लिए रोजगार का बड़ा जरिया बन गई है और इसने क्षेत्र को एक नई पहचान दी है। शुभारंभ के मौके पर वन विभाग के अधिकारी स्थानीय जनप्रतिनिधि पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग और पर्यटक गाइड मौजूद रहे।

विधायक बंशीधर भगत ने कहा कि कॉर्बेट हेरिटेज सफारी अब न सिर्फ स्थानीय लोगों की आमदनी बढ़ा रही है बल्कि यह जगह पर्यटन के नक्शे पर भी अपनी खास जगह बना चुकी है। उन्होंने बताया कि सरकार लगातार पर्यावरण की रक्षा और इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है ताकि आने वाले सैलानी यहां की प्राकृतिक खूबसूरती और वन्यजीवों का सुरक्षित अनुभव ले सकें।

कॉर्बेट हेरिटेज सफारी की शुरुआत पिछले साल सत्रह दिसंबर दो हजार तेईस को हुई थी। पहले ही सीजन में यहां करीब साढ़े आठ हजार पर्यटक पहुंचे थे जिससे वन विभाग को इक्कीस लाख रुपये का राजस्व मिला था। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस बार और ज्यादा सैलानियों के आने की उम्मीद है। पिछले साल पर्यटकों ने हाथी हिरण बारहसिंगा तेंदुआ और कई दुर्लभ पक्षियों को देखा था जिससे यह सफारी वाइल्डलाइफ प्रेमियों की पसंदीदा जगह बन गई है।

नेचर गाइड मोहन पांडेय ने बताया कि कॉर्बेट हेरिटेज सफारी देश और विदेश से आने वाले सैलानियों को एक सुरक्षित और रोमांचक अनुभव देती है। पिछले सीजन में विदेशी पर्यटकों की संख्या भी काफी बढ़ी थी और इस बार बुकिंग शुरू होते ही देश विदेश से पूछताछ बढ़ने लगी है।

डीएफओ डीएस मर्तोलिया ने कहा कि इस सफारी ने स्थानीय लोगों को रोजगार दिया है। वन विभाग की प्राथमिकता पर्यटकों की सुरक्षा और वन्यजीवों के संरक्षण पर है। उन्होंने बताया कि इस बार की तैयारियां और बेहतर की गई हैं ताकि पर्यटकों को कोई परेशानी न हो और उन्हें एक यादगार अनुभव मिले।

नेचर गाइड मोहन पांडेय ने कहा कि इस बार बुकिंग पहले से कहीं ज्यादा तेज़ी से हो रही है और उम्मीद है कि इस सीजन में पर्यटकों की संख्या दोगुनी होगी जिसका सीधा फायदा स्थानीय लोगों को मिलेगा।

विधायक बंशीधर भगत ने कहा कि कॉर्बेट हेरिटेज सफारी अब न सिर्फ स्थानीय लोगों की आमदनी बढ़ा रही है बल्कि यह जगह पर्यटन के नक्शे पर भी अपनी खास जगह बना चुकी है। उन्होंने बताया कि सरकार लगातार पर्यावरण की रक्षा और इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है ताकि आने वाले सैलानी यहां की प्राकृतिक खूबसूरती और वन्यजीवों का सुरक्षित अनुभव ले सकें।

कॉर्बेट हेरिटेज सफारी की शुरुआत पिछले साल सत्रह दिसंबर दो हजार तेईस को हुई थी। पहले ही सीजन में यहां करीब साढ़े आठ हजार पर्यटक पहुंचे थे जिससे वन विभाग को इक्कीस लाख रुपये का राजस्व मिला था। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस बार और ज्यादा सैलानियों के आने की उम्मीद है। पिछले साल पर्यटकों ने हाथी हिरण बारहसिंगा तेंदुआ और कई दुर्लभ पक्षियों को देखा था जिससे यह सफारी वाइल्डलाइफ प्रेमियों की पसंदीदा जगह बन गई है।

नेचर गाइड मोहन पांडेय ने बताया कि कॉर्बेट हेरिटेज सफारी देश और विदेश से आने वाले सैलानियों को एक सुरक्षित और रोमांचक अनुभव देती है। पिछले सीजन में विदेशी पर्यटकों की संख्या भी काफी बढ़ी थी और इस बार बुकिंग शुरू होते ही देश विदेश से पूछताछ बढ़ने लगी है।

डीएफओ डीएस मर्तोलिया ने कहा कि इस सफारी ने स्थानीय लोगों को रोजगार दिया है। वन विभाग की प्राथमिकता पर्यटकों की सुरक्षा और वन्यजीवों के संरक्षण पर है। उन्होंने बताया कि इस बार की तैयारियां और बेहतर की गई हैं ताकि पर्यटकों को कोई परेशानी न हो और उन्हें एक यादगार अनुभव मिले।

नेचर गाइड मोहन पांडेय ने कहा कि इस बार बुकिंग पहले से कहीं ज्यादा तेज़ी से हो रही है और उम्मीद है कि इस सीजन में पर्यटकों की संख्या दोगुनी होगी जिसका सीधा फायदा स्थानीय लोगों को मिलेगा।

रामनगर के कालाढूंगी क्षेत्र में कॉर्बेट हेरिटेज सफारी का नया पर्यटन सत्र शनिवार से शुरू हो गया। इस सत्र की शुरुआत विधायक बंशीधर भगत ने की। उन्होंने कहा कि यह सफारी इलाके के लोगों के लिए रोजगार का बड़ा जरिया बन गई है और इसने क्षेत्र को एक नई पहचान दी है। शुभारंभ के मौके पर वन विभाग के अधिकारी स्थानीय जनप्रतिनिधि पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोग और पर्यटक गाइड मौजूद रहे।

विधायक बंशीधर भगत ने कहा कि कॉर्बेट हेरिटेज सफारी अब न सिर्फ स्थानीय लोगों की आमदनी बढ़ा रही है बल्कि यह जगह पर्यटन के नक्शे पर भी अपनी खास जगह बना चुकी है। उन्होंने बताया कि सरकार लगातार पर्यावरण की रक्षा और इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है ताकि आने वाले सैलानी यहां की प्राकृतिक खूबसूरती और वन्यजीवों का सुरक्षित अनुभव ले सकें।

कॉर्बेट हेरिटेज सफारी की शुरुआत पिछले साल सत्रह दिसंबर दो हजार तेईस को हुई थी। पहले ही सीजन में यहां करीब साढ़े आठ हजार पर्यटक पहुंचे थे जिससे वन विभाग को इक्कीस लाख रुपये का राजस्व मिला था। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस बार और ज्यादा सैलानियों के आने की उम्मीद है। पिछले साल पर्यटकों ने हाथी हिरण बारहसिंगा तेंदुआ और कई दुर्लभ पक्षियों को देखा था जिससे यह सफारी वाइल्डलाइफ प्रेमियों की पसंदीदा जगह बन गई है।

नेचर गाइड मोहन पांडेय ने बताया कि कॉर्बेट हेरिटेज सफारी देश और विदेश से आने वाले सैलानियों को एक सुरक्षित और रोमांचक अनुभव देती है। पिछले सीजन में विदेशी पर्यटकों की संख्या भी काफी बढ़ी थी और इस बार बुकिंग शुरू होते ही देश विदेश से पूछताछ बढ़ने लगी है।

डीएफओ डीएस मर्तोलिया ने कहा कि इस सफारी ने स्थानीय लोगों को रोजगार दिया है। वन विभाग की प्राथमिकता पर्यटकों की सुरक्षा और वन्यजीवों के संरक्षण पर है। उन्होंने बताया कि इस बार की तैयारियां और बेहतर की गई हैं ताकि पर्यटकों को कोई परेशानी न हो और उन्हें एक यादगार अनुभव मिले।

नेचर गाइड मोहन पांडेय ने कहा कि इस बार बुकिंग पहले से कहीं ज्यादा तेज़ी से हो रही है और उम्मीद है कि इस सीजन में पर्यटकों की संख्या दोगुनी होगी जिसका सीधा फायदा स्थानीय लोगों को मिलेगा।