कुरनूल। आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले में हुए दर्दनाक बस हादसे की जांच के दौरान चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। फोरेंसिक टीम की प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि बस के लगेज केबिन में बड़ी संख्या में स्मार्टफोन रखे गए थे, जिनमें हुए विस्फोट से आग तेजी से फैल गई। इस भीषण हादसे में 19 लोगों की जलकर मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक, हादसा कुरनूल के बाहरी इलाके चिन्नाटेकुर के पास हुआ था। बस जैसे ही एक दोपहिया वाहन से टकराई, उसका तेल टैंक फट गया और पेट्रोल रिसने लगा। दोपहिया वाहन बस के नीचे फंस गया और घसीटता चला गया, जिससे चिंगारियाँ उठीं और लगेज केबिन में आग लग गई। बताया जा रहा है कि उस केबिन में करीब 400 से अधिक स्मार्टफोन रखे थे। गर्मी बढ़ने पर उनकी बैटरियाँ फट गईं और आग तेजी से फैलकर बस के ऊपरी हिस्से तक पहुंच गई।
फोरेंसिक टीम के अनुसार, आग लगने की शुरुआत लगेज केबिन से हुई, जिसके ठीक ऊपर बैठे यात्रियों को बाहर निकलने का मौका तक नहीं मिला। बैटरियों के फटने से तेज धमाके हुए, जिससे ड्राइवर अपनी सीट के पास की खिड़की से बाहर निकल गया और यात्रियों को बस में फंसा छोड़कर भाग गया।
जांच में यह भी सामने आया है कि ट्रैवल्स बस के मालिकों ने नियमों के विरुद्ध यात्री बस में कमर्शियल माल रखा था। यह प्रथा पहले भी कई हादसों की वजह बन चुकी है, क्योंकि मोबाइल और लिथियम बैटरी जैसे ज्वलनशील सामान से आग तेजी से फैलती है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह का लापरवाह रवैया भविष्य में और भी बड़े हादसों का कारण बन सकता है।
