चंपावत में एक दुखद खबर सामने आई है कि उत्तराखंड के जवान दीपक सिंह का संदिग्ध परिस्थितियों में जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा के पास गोली लगने से निधन हो गया है। दीपक सिंह दो साल पहले अग्निवीर योजना के तहत सेना में भर्ती हुए थे और ट्रेनिंग पूरी करने के बाद अग्रिम चौकी में तैनात थे। जवान के अचानक निधन की खबर से पूरे चंपावत जिले में शोक की लहर फैल गई है और उनके घर में कोहराम मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि उनका पार्थिव शरीर सोमवार तक उनके पैतृक गांव खरही पहुंचेगा।
घटना शनिवार दोपहर को करीब 2:30 बजे हुई जब दीपक सिंह को संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लग गई। सेना के अन्य जवान तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और घायल दीपक को बटालियन मेडिकल शिविर में ले गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फिलहाल यह साफ नहीं है कि गोली लगना दुर्घटना थी या कोई अन्य कारण इसमें शामिल था। सेना और स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
दीपक हाल ही में छुट्टी लेकर घर आए थे और खरही मेले में हिस्सा लिया था। वह 10 दिन पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे। परिजन उनकी शादी की तैयारी कर रहे थे लेकिन इस दुखद घटना से पूरा गांव सन्न रह गया है। जवान की मां तारी देवी सदमे में हैं और पिता शिवराज सिंह खुद को संभाल नहीं पा रहे हैं। दीपक अपने परिवार में चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर के थे।
घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग परिजनों से मिलने पहुंचे। पूर्व जिला पंचायत सदस्य भोला सिंह बोहरा, सोनू बोहरा, जिला पंचायत अध्यक्ष आनंद सिंह अधिकारी, चंद्रशेखर जोशी, तुलसी शर्मा, सूरज बोहरा, यशवंत सिंह कुमार और भगवान सिंह कुंवर ने गहरा शोक व्यक्त किया और परिवार को सांत्वना दी।
