देश की राजधानी दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनने के सवाल पर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी देशअविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती बुरी तरह भड़के हैं।
अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने पत्रकारों से बात करते हुए इस बारे में साफ-साफ कहा कि प्रतीकात्मक केदारनाथ मंदिर नई दिल्ली में नहीं बन सकता है। शंकराचार्य का कहना है कि हमारे यहां शिव पुराण में 12 ज्योतिर्लिंग बताए गए हैं और उनके नाम भी बताए गए हैं। इसके साथ ही उनका पता भी बताया गया है।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद बोले कि केदारं हिमवत पृष्ठे. यानी केदारनाथ हिमालय में है। जब पता साफ है, तब आप लोकेशन क्यों बदलना चाहते हैं?
सवाल उठाते हुए शंकराचार्य ने आगे कहा, “आप जनता को भ्रम में क्यों डालना चाहते हैं? केदारनाथ दिल्ली में बनेगा, यह अनधिकार चेष्ठा है।”
इसी बीच 15 जुलाई को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी कहा कि ज्योतिर्लिंग एक है, स्थान भी एक है, वह दूसरी जगह कभी नहीं बन सकता। सीएम धामी बोले की प्रतीकात्मक मंदिर बनते रहे हैं पर मूल ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड में है। केदारनाथ धाम केवल एक ही है जो उत्तराखंड देवभूमि में है।
