जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के दौरान नैनीताल के जिला मुख्यालय में आज जबरदस्त हंगामा हुआ जहां कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ता आमने सामने आ गए और हाथापाई की नौबत आ गई। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सीधे तौर पर बीजेपी समर्थकों पर मारपीट का आरोप लगाया है। इसी के विरोध में कांग्रेस अब पूरे प्रदेश में सड़कों पर उतर आई है और अलग अलग जिलों में प्रदर्शन शुरू हो चुके हैं।
देहरादून में कांग्रेस ने एश्ले हॉल चौक पर बीजेपी सरकार का पुतला फूंका और जमकर नारेबाजी की। पार्टी प्रवक्ता मोहन काला का कहना था कि बीजेपी सरकार जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जबरदस्ती अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही है और इसके लिए हर तरह के तरीके अपना रही है। उन्होंने इसे लोकतंत्र का गला घोंटना बताया। साथ ही ये भी कहा कि जिस तरह से नैनीताल में नेता प्रतिपक्ष के साथ धक्का मुक्की और हाथापाई की गई वो बेहद शर्मनाक है।
मोहन काला ने कहा कि आज देश में जहां वोट की चोरी हो रही है वहीं उत्तराखंड में बीजेपी उम्मीदवारों को चुराने तक पहुंच गई है। उन्होंने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर निशाना साधा और कहा कि उनके राज में ये सब हो रहा है और पुलिस तमाशा देख रही है।
महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने भी इस मसले पर तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार कांग्रेस के नेताओं को बदनाम करने की साजिश रच रही है और चुनाव जीतने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही। उन्होंने कहा कि नैनीताल में जो कुछ हुआ वो न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है बल्कि ये साफ दिखाता है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज बची नहीं है। पुलिस मूक दर्शक बनी रही जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ धक्का मुक्की हुई।
इधर हरिद्वार में भी गुस्सा फूटा। कांग्रेस कार्यकर्ता कनखल चौक बाजार पर जमा हो गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहां भी बीजेपी सरकार का पुतला जलाया गया। कांग्रेस नेता रकित बलिया ने कहा कि जैसे ही पंचायत चुनाव शुरू हुए वैसे ही राज्य सरकार का असली चेहरा सामने आ गया है। सत्ता में बने रहने के लिए अब ये सरकार एजेंसियों और दबाव का सहारा ले रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस अब इसका मुंहतोड़ जवाब देगी और जनता को भी इसका असली चेहरा बताएगी।
पूरा मामला अब धीरे धीरे प्रदेशभर में फैलने लगा है और कांग्रेस इसे लेकर सरकार पर हमलावर बनी हुई है।
