रिलायंस और डिज्नी के संयुक्त उद्यम ने भारत में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) क्रिकेट की मुफ्त स्ट्रीमिंग को समाप्त करने का निर्णय लिया है। अब कंपनी एक हाइब्रिड मॉडल अपनाएगी, जिसमें उपयोगकर्ता एक निश्चित सीमा तक मुफ्त में मैच देख सकेंगे, लेकिन उसके बाद उन्हें सदस्यता लेनी होगी।
हाइब्रिड मॉडल और नई सदस्यता योजनाएँ
इस बदलाव के तहत, एक रीब्रांडेड स्ट्रीमिंग ऐप लॉन्च किया जाएगा, जिसकी सदस्यता योजनाएँ 149 रुपये से शुरू होंगी। इसके अलावा, उपयोगकर्ता 499 रुपये में तीन महीने के लिए विज्ञापन-मुक्त संस्करण भी चुन सकेंगे।
रिलायंस-डिज्नी के विलय के बाद बड़ा फैसला
यह कदम रिलायंस और वॉल्ट डिज्नी के 8.5 बिलियन डॉलर के विलय के बाद आया है, जिसमें उनकी भारतीय मीडिया संपत्तियों का एकीकरण किया गया। इस विलय के परिणामस्वरूप, कंपनी के पास 100 से अधिक टीवी चैनल और कई स्ट्रीमिंग ऐप्स हो गए हैं, जिससे वह नेटफ्लिक्स और अमेज़न प्राइम जैसे प्लेटफार्मों के साथ प्रतिस्पर्धा कर रही है।
मुफ्त स्ट्रीमिंग से भुगतान मॉडल की ओर बदलाव
इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य प्रारंभिक मुफ्त स्ट्रीमिंग के माध्यम से उपयोगकर्ताओं को जोड़ना और फिर उनकी खपत के आधार पर सदस्यता के जरिए स्ट्रीमिंग का मुद्रीकरण करना है। इस रणनीति से कंपनी को भारत के तेजी से बढ़ते मीडिया और मनोरंजन बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी।
