बरसात से जूझ रहे उत्तराखंड को 20 सितंबर से राहत, चारधाम यात्रा फिर पटरी पर लौटने की उम्मीद

देहरादून। उत्तराखंड में इस बार अगस्त और सितंबर की भारी बारिश ने चारधाम यात्रा को बुरी तरह प्रभावित किया। आमतौर पर बरसात के मौसम में…

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देहरादून। उत्तराखंड में इस बार अगस्त और सितंबर की भारी बारिश ने चारधाम यात्रा को बुरी तरह प्रभावित किया। आमतौर पर बरसात के मौसम में श्रद्धालुओं की संख्या कम हो जाती है लेकिन इस बार हालात इतने खराब हुए कि यात्रा पर कई बार रोक तक लगानी पड़ी। सड़कों के टूटने और जगह-जगह भूस्खलन ने तीर्थयात्रियों को परेशान किया। हालांकि अब मौसम विभाग ने 20 सितंबर से मौसम खुलने की संभावना जताई है और उम्मीद की जा रही है कि यात्रा एक बार फिर पूरी तरह से सुचारू हो जाएगी।

उत्तरकाशी जिले में बारिश के चलते गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा लंबे समय तक ठप रही। छोटे वाहनों को गंगोत्री धाम तक जाने की अनुमति दी गई है लेकिन मार्ग पूरी तरह से अभी भी बहाल नहीं हुआ है। यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाले रास्ते को दुरुस्त करने का काम जारी है। आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि मौसम साफ होते ही इस मार्ग को खोलने की तैयारी है ताकि श्रद्धालु बिना रुकावट दर्शन कर सकें।

चारधाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 44 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। इनमें बदरीनाथ धाम में करीब 13 लाख 38 हजार, केदारनाथ में 15 लाख 34 हजार, गंगोत्री में 6 लाख 78 हजार, यमुनोत्री में 5 लाख 88 हजार और हेमकुंड साहिब में 2 लाख 57 हजार से ज्यादा श्रद्धालु शामिल हैं।

इस यात्रा सीजन में अब तक 180 श्रद्धालुओं की मौत भी दर्ज की गई है। इनमें 158 लोगों की मौत स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से हुई जबकि 15 की मौत अन्य कारणों से और 7 श्रद्धालु प्राकृतिक आपदाओं का शिकार हुए।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि केदारनाथ बदरीनाथ और गंगोत्री की यात्रा फिलहाल चल रही है जबकि यमुनोत्री मार्ग को ठीक करने का काम तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही चारों धामों की यात्रा पूरी तरह से विधिवत शुरू हो जाएगी।

गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि बरसात के दौरान हालात बिगड़ने पर जिलाधिकारियों को यात्रा रोकने और संचालित करने का अधिकार दिया गया था। इसी कारण कई बार मार्ग अस्थायी रूप से बंद करने पड़े। लेकिन अब मौसम में सुधार के साथ यात्रा सामान्य होने की संभावना है।

मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने कहा कि 20 सितंबर से प्रदेश में बारिश से राहत मिलेगी हालांकि कुछ इलाकों में हल्की बारिश जारी रह सकती है। मौसम साफ होने के साथ ही उम्मीद जताई जा रही है कि चारधाम यात्रा की रफ्तार फिर से बढ़ेगी।