उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर कहर दिखाना शुरू कर दिया है। राज्य के अधिकांश हिस्सों में रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसे लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति का जायजा लिया और हर विभाग को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। सीएम धामी ने कहा कि लगातार भारी बारिश के कारण राज्य में कई मुश्किलें बढ़ गई हैं। कुछ जिले रेड अलर्ट पर हैं और कुछ ऑरेंज पर। इस समय पूरा प्रदेश सतर्क है। अगले 24 से 48 घंटे अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और हर विभाग को लगातार निगरानी रखनी होगी। जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य सभी विभाग 24 घंटे अलर्ट रहेंगे।
सीएम धामी ने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में लगातार बारिश हो रही है। नानक सागर बांध में पानी को जरूरत के अनुसार नियंत्रित किया जा रहा है और फिलहाल यह खतरे के स्तर से पांच फीट नीचे बह रहा है। बांध करीब साठ प्रतिशत तक भरा हुआ है। निचले इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है। जिनके घर आपदा में प्रभावित हुए हैं, उन्हें तत्काल मदद दी जा रही है। राहत शिविरों में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
आपदा के चलते कुछ सड़कें बंद हुईं हैं जिन्हें खोला जा रहा है। गंगोत्री हाईवे पूरी तरह खुल चुका है। हर्षिल के पास पिछले तीन सप्ताह से चल रहे मार्ग निर्माण का काम पूरा हो गया है। स्यानाचट्टी उत्तरकाशी में जलभराव से एक पुल पर पानी भर गया था। वहां मलबा हटाने का काम जारी है। चमोली में मनाली जाने वाला पुल क्षतिग्रस्त हुआ है। उसकी मरम्मत हो रही है। अस्पतालों में भर्ती मरीजों का इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है। बागेश्वर में प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है।
सीएम ने अधिकारियों को भविष्य में पुनर्वास की नीति बनाने और आपदा में हुई क्षति का आंकलन करने के निर्देश दिए ताकि प्रभावित लोगों को तुरंत मुआवजा मिल सके। राज्य का प्रशासन और सभी संबंधित विभाग हर जरूरतमंद की मदद में जुटे हैं।
