भारतीय क्रिकेट टीम 14 सितंबर को दुबई में एशिया कप 2025 के छठे मैच में पाकिस्तान के खिलाफ उतरेगी। पहलगाम आतंकी हमले के बाद यह पहला मौका है जब दोनों देशों की टीमें आमने सामने होंगी। इस मुकाबले को लेकर सोशल मीडिया पर फैंस दो गुटों में बंटे हुए हैं। कुछ लोग कहते हैं कि आईसीसी और एसीसी जैसे टूर्नामेंट में भारत का खेलना जरूरी है इसलिए टीम पाकिस्तान से भिड़ रही है। वहीं कुछ लोग सवाल करते हैं कि जब खून और पानी साथ नहीं बह सकता तो क्रिकेट और खून कैसे साथ बह सकता है।
इस मैच के विरोध में कई विपक्षी नेताओं ने इसे बॉयकॉट करने का ऐलान किया है। शिवसेना यूबीटी ने मैच वाले दिन विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा कर दी है। दिल्ली से आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने भारत बनाम पाकिस्तान मैच के विरोध में पाकिस्तानी खिलाड़ियों का पुतला भी फूंका। भारत और पाकिस्तान 2013 से द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेल रहे हैं। दोनों टीमें सिर्फ आईसीसी और एसीसी जैसे बड़े इवेंट में ही आमने सामने आती हैं। लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद विपक्ष और जनता में पाकिस्तान से किसी भी मैच न खेलने की मांग तेज हो गई है।
इस साल खेली गई वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड में भारतीय लीजेंड ने पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इंकार कर दिया था और सोशल मीडिया पर उनकी इस फैसले की खूब तारीफ हुई थी। लेकिन जब बीसीसीआई ने टीम इंडिया को पाकिस्तान के खिलाफ खेलने के लिए राजी कर लिया तो फैंस का गुस्सा बोर्ड पर फूट पड़ा। बोर्ड ने कहा कि हम सरकार के फैसले के साथ हैं। भारत सरकार साफ कर चुकी है कि भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं जाएगी और ना ही द्विपक्षीय सीरीज खेलेगी। लेकिन मल्टीनेशनल टूर्नामेंट में भाग लेने से टीम को रोका नहीं जा सकता।
