राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त द्वाराहाट के मोहन कांडपाल को 12 दिसंबर को अल्मोड़ा में किया जाएगा सम्मानित

अल्मोड़ा:: सुरईखेत द्वाराहाट में शिक्षक मोहन कांडपाल को हाल में ही राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है। जल संरक्षण में राष्ट्रीय सम्मान मिलने पर उनके सभी…

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अल्मोड़ा:: सुरईखेत द्वाराहाट में शिक्षक मोहन कांडपाल को हाल में ही राष्ट्रपति ने सम्मानित किया है।


जल संरक्षण में राष्ट्रीय सम्मान मिलने पर उनके सभी साथियों ने खुशी जाहिर कर उन्हे सम्मानित करने का निर्णय लिया है। इसके तहत‌ शुक्रवार 12 दिसंबर को होटल शिखर में उन्हें एक समारोह के माध्यम से सम्मानित किया जाएगा।


सम्मान समारोह के संयोजक उपपा के केन्द्रीय अध्यक्ष‌ जन आंदोलनकारी पीसी तिवारी ने बताया कि उत्तर भारत में जल संरक्षण के क्षेत्र में अनूठी और प्रेरणादायक मिसाल पेश करने पर देश की माननीय राष्ट्रपति द्वारा उन्हें हाल में सम्मानित किया गया है।


उन्होंने कहा कि मोहन कांडपाल वर्ष 1984 में एतिहासिक ‘नशा नहीं रोजगार दो’ आंदोलन से प्रेरित थे। कानपुर में उच्च शिक्षा प्राप्त कर उन्होंने समाज की सेवा का का लक्ष्य रखा और वे गांव आ गए थे।

एक शिक्षक के साथ उन्होंने अपने सामाजिक सरोकारों को आगे बढ़ाते हुए पर्यावरण संरक्षण, सामाजिक परिवर्तन सहित अनेक क्षेत्रों में नेतृत्वकारी भूमिका निभाई और क्षेत्र में अलख जगाई। जिसका व्यापक प्रभाव राज्य स्तर पर अनेकों बार देखा गया। हाल में पानी बोओ- पानी उगाओ नामक अभियान की सफलता ने उन्हें राष्ट्रीय मंच तक ख्याति अर्जित करने अवसर दिया।


समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विविध समस्याओं को लेकर निरंतर संघर्ष के दौरान उन्हें यह सम्मान मिलना हम सब की उपलब्धि है और हम सभी क्षेत्र व राज्य के लोगों को गौरव प्रदान करती है।


हमें खुशी है कि आगामी दिनांक 12 दिसम्बर 2025 को एक समारोह के माध्यम से हम उनका सम्मान करते हुए हमें उनकी संघर्ष यात्रा व अनुभवों को सुनने का अवसर मिलेगा।


उन्होंने लोगों से इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होने का अनुरोध किया है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम दोपहर 1 बजे से आरंभ होगा।

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