उत्तराखंड में गर्म कपड़े पहनने लगे लोग, पड़ रही है गुलाबी ठंड, जानिए कैसा रहेगा बद्रीनाथ और केदारनाथ का मौसम

उत्तराखंड में आज मौसम साफ रहने वाला है। पर्वतीय इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे फिर भी धूप रहेगी। वहीं बारिश का दौर…

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उत्तराखंड में आज मौसम साफ रहने वाला है। पर्वतीय इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे फिर भी धूप रहेगी। वहीं बारिश का दौर थमने के बाद चार धाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं में काफी उत्साह भी दिखाई दे रहा है।

केदारनाथ और बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं के आने के पिछले साल के रिकॉर्ड भी टूट गए हैं। यात्रा अंतिम चरण की ओर बढ़ रही है। वहीं चारों धर्मों के कपाट बंद हो जाने से पहले श्रद्धालुओं की संख्या और ज्यादा बढ़ाने की उम्मीद जताई जा रही है।

उत्तराखंड में बारिश थम गई है जिसके बाद तापमान भी बढ़ने लगा है। हालांकि सुबह और शाम गुलाबी ठंड अभी भी पड़ रही है। मौसम फिलहाल साफ बना हुआ है और आगे भी इसी तरह साफ मौसम रहने की संभावना है। हालांकि पर्वतीय इलाकों में बादल मंडरा रहे हैं।

पर्वतीय इलाकों में तो मानसून सीजन में ही लोगों के गर्म कपड़े निकल आए थे, लेकिन मैदानी क्षेत्रों में पिछले दिनों दो-तीन दिन हुई बारिश ने ठंड का आगाज कर दिया है।


सुबह शाम के समय ठंड पड़ रही है जिसके वजह से लोग हल्के गर्म कपड़े भी पहन रहे हैं। खासकर दो पहिया वाहनों पर चलने वाले लोग शाम के समय हल्की जैकेट पहन रहे हैं। पर्वतीय इलाकों में भी बर्फबारी हुई है जहां पहाड़ों में बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्र के तापमान पर भी पड़ा है।

खिली धूप से दिन में हल्की गर्माहट महसूस हुई लेकिन दिनों वाली धूप अब सहने योग्य हो गई है लोग गुलाबी ठंड के साथ धूप का भी मजा उठा रहे हैं


वहीं आगामी दीपावली के त्यौहार को देखते हुए हवा की गुणवत्ता को जांचने के लिए उत्तराखंड पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी तैयारी में है। मौसम साफ होने के बाद अब दीपावली पर फूटने वाले पटाखों से हवा की गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है, जिसको देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण विभाग सक्रिय हो गया है।


प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित पोखरियाल के अनुसार वायु गुणवत्ता के साथ ध्वनि प्रदूषण की स्थिति का भी परीक्षण किया जाएगा कि दीपावली से पहले ध्वनि प्रदूषण का ग्राफ कितना रहा और दीपावली की रात और उसके बाद की स्थिति क्या रही।

इस बार प्रदूषण की जांच में टिहरी को भी शामिल किया गया है, जबकि देहरादून के दो स्थान और ऋषिकेश का एक स्थान पहले से ही शामिल है।