पाकिस्तान की नापाक हरकतों को लेकर अब भारत की सेनाओं ने खुलकर दो टूक कह दिया है कि अगर अब भी पाकिस्तान बाज नहीं आया तो करारा जवाब मिलेगा. सेना के आला अधिकारियों ने आज साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ कर दिया कि हमने सिर्फ जवाब नहीं दिया बल्कि ये भी बता दिया कि अब किसी भी हरकत पर भारत चुप नहीं बैठेगा.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि अगर आज पाकिस्तान ने फिर से सीजफायर का उल्लंघन किया तो इस बार भी वैसा ही जवाब मिलेगा जैसी आज उसे मिली है. उन्होंने बताया कि हमने अपनी तरफ से कोई उकसावे वाली कार्रवाई नहीं की. लेकिन अगर देश की अखंडता और संप्रभुता को चुनौती दी गई तो इसका अंजाम बहुत गंभीर होगा.
वहीं एयर मार्शल भारती ने जानकारी दी कि 10 मई को पाकिस्तान के डीजीएमओ ने मुझे कॉल किया था. उन्होंने ये भी बताया कि हम पर हुए हमलों का जवाब हम दे चुके हैं. और अगर रात में फिर से ऐसा हुआ तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी. आर्मी चीफ ने पूरी अथॉरिटी हमें दे दी है. पांच जवानों की शहादत को हम सलाम करते हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह आतंकवाद के अड्डों को खत्म करने के मकसद से किया गया. हमारी एजेंसियों ने सीमापार मौजूद नौ ठिकानों की पहचान की थी. कुछ पीओके में थे और कुछ पाकिस्तान में. हमने सिर्फ आतंकवादियों और उनके ढांचे को ही निशाना बनाया. मुरीदके में लश्कर का हेडक्वार्टर था. जहां अजमल कसाब और डेविड हेडली जैसे आतंकियों ने ट्रेनिंग ली थी.
डायरेक्टर जनरल ऑफ एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल भारती ने कहा कि हमने एयर-टू-सर्फेस मिसाइलों के ज़रिए हमला किया ताकि आम नागरिकों को नुकसान न हो. मुरीदके के टेरर कैंप को हवा से मार कर न्यूट्रलाइज किया गया. उसी रात लाहौर और गुजरांवाला के रडार सिस्टम को भी निशाना बनाया गया. ताकि उन्हें एहसास हो कि उनके सैन्य ठिकाने भी हमारी पहुंच से दूर नहीं हैं.
एयर मार्शल भारती ने बताया कि 7 मई की शाम पाकिस्तान ने ड्रोन और UAV के ज़रिए हमला किया था. इनमें से कुछ भारत की सीमा में लैंड भी हुए, लेकिन ज़्यादा नुकसान नहीं पहुंचा. जबकि पाकिस्तान ने जानबूझकर आम नागरिकों को निशाना बनाया. हमने केवल आतंकियों को टारगेट किया.
हमारे हमलों में बहावलपुर स्थित टेरर ट्रेनिंग कैंप को भी निशाना बनाया गया. यह इलाका आतंकियों का गढ़ माना जाता है. जहां हमने उनके कई इन्फ्रास्ट्रक्चर तबाह किए. एयर मार्शल ने साफ किया कि हमारे हमले का मकसद आतंकियों और उनके ठिकानों को खत्म करना था. पाकिस्तानी सेना या किसी और ढांचे को निशाना नहीं बनाया गया.