सफाई कर्मी नहीं अब पंचायत कर्मचारी कहे जाएंगे यह वाक्य सिर्फ बदलाव नहीं बल्कि उन हजार कर्मचारियों का सम्मान भी है जो गांव में सफाई व्यवस्था संभालते हैं।
आजमगढ़ ब्लाक में प्रदेश के पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि लंबे समय से सफाई कर्मचारी यह मांग कर रहे थे कि उन्हें पंचायत कर्मचारी के रूप में पहचाना जाना चाहिए। सरकार ने उनकी इस मांगों को स्वीकार कर लिया है और आदेश जारी किया है।
उन्होंने यह कहा कि वहां मौजूद कर्मचारियों की आंखों में आत्मसम्मान की चमक दिखाई दी। ओम प्रकाश ने कहा कि यह नाम बदलना नहीं बल्कि उनकी पहचान और गरिमा को भी स्वीकार करना है। अब गांव की सफाई व्यवस्था देखने वाले कर्मचारी खुद को अधिक सम्मानित महसूस करेंगे। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ की हर गली तक विकास योजनाओं को पहुंचकर यहां की 10 सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर वह चल रहे हैं, जब आजमगढ़ का हर घर कहेगा कि सरकार की योजना का लाभ मिला है तो यहां की कोई सीट नहीं बचेगी जो हमारी न हो।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में 10 सीटो को जीतने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि वहां योगी मॉडल को अपनाकर राज्य को अपराध मुक्त भी बनाएंगे।
इससे पहले कैबिनेट मंत्री ने ब्लॉक में नवनिर्मित प्रमुख कक्ष का लोकार्पण किया। इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष और एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने इसे सपनों का पावन मंदिर बताते हुए कहा कि यह सिर्फ ईंट और पत्थर से बना भवन नहीं है, बल्कि यह स्थान भविष्य में ग्राम पंचायतों के विकास की योजनाओं का केंद्र बनेगा।
यहीं से योजनाएं जन-जन तक पहुंचेंगी। इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि मनीष मिश्र ने आभार जताया। अध्यक्षता भाजपा जिलाध्यक्ष ध्रुव सिंह और संचालन ज्ञानेंद्र मिश्र ने किया।
