देहरादून में सितंबर के महीने में आई आपदा ने कई गांवों को तबाह कर दिया था। सहस्त्रधारा से कुछ ही दूरी पर बसे कार्लीगाड़ और मझाड़ा गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई थी। दीपावली के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद इन इलाकों में पहुंचे और लोगों से मिलकर उनका हाल जाना। उन्होंने वहां चल रहे पुनर्निर्माण के कामों की स्थिति देखी और अधिकारियों को निर्देश दिया कि राहत कार्य में किसी तरह की देरी न हो।
आपदा को एक महीना बीत गया है लेकिन कई परिवार अब भी अपने टूटे घरों के मलबे के बीच जीवन बिता रहे हैं। कुछ ने अपने प्रियजनों को खो दिया तो कुछ के पास अब सिर छुपाने की जगह भी नहीं है। ऐसे माहौल में दीपावली उनके लिए खुशी नहीं बल्कि दर्द की याद बन गई है।
मुख्यमंत्री धामी ने प्रभावित परिवारों से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार हर संभव मदद देगी और तब तक उनके साथ खड़ी रहेगी जब तक सबका जीवन फिर से सामान्य नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि भारी बारिश और भूस्खलन से सड़कों पुलों और घरों को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई के लिए सरकार पूरी कोशिश कर रही है।
दीपावली के दिन मुख्यमंत्री का आपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुंचना वहां के लोगों के लिए राहत और उम्मीद दोनों लेकर आया। मलबे के बीच भी जब दीप जले तो आंखों में आंसू जरूर थे लेकिन उम्मीद की लौ भी टिमटिमा रही थी।
