राज्य में साहसिक खेलों विशेष कर पैराग्लाइडिंग का रोमांच जल्द ही राज्य के प्रत्येक जिले में पर्यटकों एवं राज्य वासियों को मिल सकेगा। पर्यटन विभाग ने सभी जिलों में पैराग्लाइडिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को आदेश जारी किए हैं।
पर्यटन विकास परिषद के सचिव ने कहा है कि राज्य में नए पैराग्लाइडिंग साइट विकसित किए जाने चाहिए और सभी सुविधाएं जुटाई जाएं।
सचिव पर्यटन ने यह भी निर्देश दिए कि पूर्व में प्रशिक्षित 141 पैराग्लाइडिंग पायलट (प्रशिक्षु) जो, विभिन्न श्रेणियों का प्रशिक्षण पूरा कर चुके हैं, उन्हें अगले स्तर पर ले जाने के लिए आगामी छह माह में भीमताल और चंपावत में उनके फ्लाइंग आवर्स पूरे किए जाएं, साथ ही उनका प्रशिक्षण पूर्ण किए जाने के लिए नये टेंडम पैराग्लाइड्स खरीदें।
बैठक के दौरान राज्य के व्यावसायिक रूप से संचालित पैराग्लाइडिंग गतिविधियों की समीक्षा भी की गई और बताया गया कि वर्तमान में यह गतिविधियां केवल भीमताल और टिहरी तक ही सीमित हैं। आगे नयार घाटी (पौड़ी), लोहाघाट (चंपावत), मोरी (उत्तरकाशी), कोटाबाग (नैनीताल), बागेश्वर को विकसित किया जाएगा।
साथ ही प्रत्येक जिले में एक टेक-आफ और लैडिंग प्वाइंट विकसित किया जाएगा।
स्थानीय युवाओं को अब अपने ही जिले में पैराग्लाइडिंग की सुविधा मिलेगी। इस प्रकार सुविधा के विकसित होने से पर्यटकों को पैराग्लाइडिंग का भी अवसर मिलेगा। स्थानीय युवाओं को रोजगार भी प्राप्त हो पाएगा।
भीमताल में पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षण के लिए 20 से 25 बिस्तरों वाला एक छात्रावास भी विकसित किया गया है।
यहां वर्ष भर पैराग्लाइडिंग से संबंधित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाएंगे। सचिव ने पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षण को अधिक प्रभावी और तकनीकी रूप से उन्नत बनाने के लिए एक एप्लिकेशन (एप) विकसित करने के निर्देश दिए, जिससे पूरा प्रशिक्षण कार्यक्रम एक ही माध्यम से देखा और समझा जा सकेगा।
