यूपी,दिल्ली एनसीआर, हरियाणा सहित अन्य राज्यों से अगर आप कावंड़ यात्रा में आने के बारे में सोच रहे हैं तो अब आपको पार्किंग को लेकर बिल्कुल भी टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। हरिद्वार में हर की पौड़ी से गंगाजल भरने के बाद आपको पार्किंग के लिए बिल्कुल भी परेशानी की जरूरत नहीं। हरिद्वार में 50000 गाड़ियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
कांवड़ मेले की शुरुआत से पहले ही हरिद्वार को 14 सुपर जोन, 36 जोन के साथ ही 130 सेक्टर बनाए गए हैं। इसके अलावा 13 पार्किंग बनाई गई हैं। इनकी क्षमता 50 हजार रहेगी। मेला क्षेत्र में 334 सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। मेले के लिए 14 सुपर जोन, 36 जोन के साथ ही 130 सेक्टर बनाए गए हैं।
22 जुलाई से कावड़ यात्रा शुरू हो रही है। इसमें 6 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगाया जा रहा है। 2 अगस्त को जलाभिषेक के साथ मेले का समापन हो जाएगा। डाक कांवड़ियों के लिए इस बार 50000 वहां खड़े करने की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा विशेष परिस्थितियों में दक्ष मंदिर, गुरुकुल कांगड़ी मैदान के अलावा धीरवाली मैदान में अतिरिक्त पार्किंग की व्यवस्था की गई है। 23 से 27 तक कम होगी भीड़ कांवड़ यात्रा शुरू होने के अगले ही दिन 23 जुलाई को पंचक लग जाएंगे, जो 27 जुलाई को समाप्त होंगे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि 27 के बाद अधिक भीड़ उमड़ेगी।
यहां है पार्किंग की व्यवस्था
मोतीचूर पार्किंग 15000 भारी वाहन
सर्वानंद घाट 200 हल्के और 1000 दोपहिया वाहन
पंतद्वीप पार्किंग 3500 हल्के वहान
धोबीघाट पार्किंग 150 हल्के वाहन
रोडीबेल वाला पार्किंग 800 दोपहिया वाहन
अलकनंदा पार्किंग 800 दुपहिया वाहन
ऋषिकुल मैदान 500 भारी वाहन
हरिराम इंटर कॉलेज 100 भारी वाहन
बैरागी कैंप 15000 भारी वाहन
गौरी शंकर 3000 भारी वाहन
नीलधारा पार्किंग 3000 भारी वाहन
चमगादड़ टापू 1000 हल्के और दोपहिया वाहन
लालजीवाला पार्किंग 1500 भारी वाहन
कांवड़ यात्रा के लिए 50 हजार वाहनों की क्षमताओं की व्यवस्था की गई है। रिजर्व पार्किंग भी निर्धारित की गई हैं। पांच स्थाई और आठ अस्थाई पार्किंग मेले में बनाई गई हैं।
