अब बारिश लाएगी आफत,हाड़ कंपाने वाली ठंड के बीच इस राज्य में पश्चिम विक्षोभ एक्टिव

उत्तर भारतीय राज्यों में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। भारी ठंड के बीच उत्तराखंड में अब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है…

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उत्तर भारतीय राज्यों में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही है। भारी ठंड के बीच उत्तराखंड में अब पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है जिससे पहाड़ी इलाकों में फिर से मौसम बदलने वाला है।


मौसम विभाग का कहना है कि उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जैसे ऊंचाई वाले जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी की संभावना है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में ठंडी हवाओं और घने कोहरे के कारण कोल्ड-डे जैसी स्थिति बनी रह सकती है। पश्चिमी विकशॉप के असर से तापमान में और ज्यादा गिरावट आने की संभावना है।


मौसम विभाग (IMD) के ताज़ा पूर्वानुमान के अनुसार उत्तराखंड में 22 दिसंबर के बाद भी ठंड का असर जारी रहेगा।

पहाड़ों में हल्के बर्फबारी से तापमान में निरंतर गिरावट देखने को मिल रही है जिससे रात में तापमान 2 से 3 डिग्री कम हो रहा है। मैदानी इलाकों में घना कोहरा और सर्द हवाओं का प्रकोप रहेगा, जिससे सुबह-शाम का मौसम और कड़ाके की ठंड अनुभव होगी। कोहरे और बढ़ी ठंड का अलर्ट जारी है।


उत्तराखंड के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों जैसे चमोली, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और रुद्रप्रयाग में 22 दिसंबर के आस-पास हल्की बारिश और बर्फबारी की चेतावनी है, जिससे लोकल इलाकों में तापमान और नीचे गिर सकता है।

वहीं मैदानी क्षेत्रों जैसे देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल और उधम सिंह नगर में सुबह-सुबह घना कोहरा रहने का अनुमान है, जिससे विज़िबिलिटी प्रभावित हो सकती है और ट्रैफिक पर असर पड़ेगा।


मौसम विभाग ने बताया कि अगले कुछ दिनों तक दिन के तापमान में हल्का उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है लेकिन रात का तापमान सामान्य से काम रहेगा यहां अधिकतम तापमान दिन में 18-20°C के करीब रह सकता है, जबकि न्यूनतम 2-5°C के बीच दर्ज होने की उम्मीद है, मैदानी इलाकों में रहते काफी ठंड हो गई है।

पहाड़ों में यह इससे भी कहीं कम हो सकता है, जहाँ तलहटी इलाकों में जमने के आस-पास तापमान रहने की आशंका है।


मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक ने बताया कि प्रदेश में इस समय पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जिससे वातावरण में पर्याप्त नमी बनी हुई है।

इसके साथ ही रात के तापमान में गिरावट और हवा की गति धीमी रहने के कारण कोहरे के लिए अनुकूल परिस्थितियां बन गई हैं। उन्होंने कहा कि अगले चार से पांच दिनों तक प्रदेश में इसी तरह के मौसम बने रहने की संभावना है।

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