पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के स्थिति के बाद भारतीय राजनीति में हड़कंप मच गया है। निर्वाचन आयोग ने उपराष्ट्रपति के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी है।शुरुआती दौर में अगले उपराष्ट्रपति को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे और कुछ प्रमुख नाम भी चर्चा में थे।
अब एक और बड़ा खुलासा सामने हुआ है।
सामने आई रिपोर्ट के अनुसार भाजपा अपनी पार्टी से ही उपराष्ट्रपति का चुनाव करेगी। इस पर जनता दल यूनाइटेड और तेलुगू देशम पार्टी सहित भाजपा के सभी सहयोगी दलों ने सहमति जता दी है।
बीजेपी ने अपनी उम्मीदवार के चुनाव को लेकर अब तैयारी कर ली है। पार्टी ऐसे उम्मीदवार को लाना चाह रही है जो पूरे 5 साल का कार्यकाल सफलतापूर्वक करें उम्मीदवार के चयन के दौरान पार्टी कई महत्वपूर्ण कारकों पर भी विचार कर रही है।
चर्चा में रहे ये प्रमुख नाम
धनखड़ के इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति पद के लिए कई अन्य बड़े नाम भी चर्चा में रहे। केरल के पूर्व राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का नाम संभावित उम्मीदवारों की सूची में शामिल था। राज्यसभा के उपसभापति और जेडीयू नेता हरिवंश नारायण सिंह को लेकर भी चर्चाएं थीं, क्योंकि वे उच्च सदन में एक महत्वपूर्ण पद पर आसीन हैं।
वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंहचौहान का नाम भी इस पद के लिए सुर्खियों में रहा. हालांकि, बीजेपी के स्पष्ट रुख के बाद, अब पार्टी के भीतर से ही किसी नाम पर मुहर लगने की संभावना है।
भारतीय संविधान का अनुच्छेद 66 या सुनिश्चित करता है कि उपराष्ट्रपति का पद खाली होने के बाद चुनाव जल्द करवाना चाहिए। निर्वाचन आयोग ने संवैधानिक प्रावधान का पालन करते हुए चुनाव प्रक्रिया की घोषणा कर दी है।
बताया जा रहा है कि अगले कुछ हफ्तों में उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन और चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हो जाएगी।
