जीएसटी काउंसलिंग की बैठक में लिए गए फैसलों ने आम जनता को राहत दी है। दिवाली से पहले सरकार ने सभी को तोहफा दिया है। अब जीएसटी में पांच और 18 फ़ीसदी के दो स्लैब हैं। वही सिन और लग्जरी प्रोडक्ट्स के लिए 40% का स्पेशल स्लैब भी बनाया गया है।
बहुत सारी चीजे सस्ती हुई है। आम आदमी की डेली की चीजे भी सस्ती हुई है लेकिन ऐसी बहुत सी चीजे हैं जो महंगी भी हुई है। महंगी हुई चीजों में अगरबत्ती से लेकर कोयला तक शामिल है।आईए जानते हैं पूरी लिस्ट
अगरबत्ती, लोबान, धूपबत्ती, धूप, संब्रानी ऐसे गंधयुक्त चीजें जो जलने से संचालित होती हैं वो महंगी हो गई हैं। अगरबत्ती, लोबान, धूपबत्ती, धूप, संब्रानी जैसी वस्तुओं पर जीएसटी 12 फीसदी से बढ़कर 18 फीसदी हो गई है।
कोयला खरीदना भी महंगा हो गया है। कोयला, कोयला से निर्मित ब्रिकेट, अंडाकार और इसी प्रकार के ठोस ईंधन भी महंगा हो गया है। कोयल पर जीएसटी 5% से बढ़कर 18% कर दी गई है। लिग्नाइट, चाहे एकत्रित हो या न हो (जेट को छोड़कर) भी मंहगी हो गई है। यह भी 5 से 18 वाले स्लैब में आ गया है।
ऐसी कई वस्तुएं हैं जो 12% से 18 परसेंट वाले स्लैब में चली गई हैं ₹2500 से महंगे कपड़े और वस्त्र सहायक वस्तुएं परिधान और वस्त्र सहायक सामग्री जो बुने या क्रोशिए से नहीं बने हैं, जिनका विक्रय मूल्य 2500 रुपये प्रति से अधिक है, 2500 रुपये प्रति पीस से अधिक मूल्य की सूती रजाई, पूरी तरह से रजाईदार कपड़ा सामग्री से बने उत्पाद जिसकी कीमत 2500 रुपये प्रति पीस से अधिक है और रासायनिक लकड़ी लुगदी, घुलने वाले ग्रेड जैसी वस्तुओं पर पर जीएसटी 12 फीसदी से बढ़कर 18 फीसदी हो गई है। यानी ये सभी महंगे हो गए हैं।
कॉल से जुड़ी सामग्री भी पांच प्रतिशत से 18% के स्लैब में आ गई है कॉल से जुड़ी वस्तु खरीदने पर आपको 18% का जीएसटी देना होगा
