नीरज चोपड़ा ने भालाफेंक में फिर रचा इतिहास, गोल्डन स्पाइक मीट 2025 में छाया तिरंगा

ओस्ट्रावा के मैदान में 24 जून की शाम भारत के लिए एक और सुनहरा लम्हा लेकर आई जब नीरज चोपड़ा ने अपने भाले के एक…

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ओस्ट्रावा के मैदान में 24 जून की शाम भारत के लिए एक और सुनहरा लम्हा लेकर आई जब नीरज चोपड़ा ने अपने भाले के एक ही वार में पूरी दुनिया को बता दिया कि उनका जलवा अभी भी कायम है। पेरिस डायमंड लीग में जीत के महज चार दिन बाद उन्होंने गोल्डन स्पाइक मीट में 85.29 मीटर का जबरदस्त थ्रो फेंककर खिताब पर कब्जा जमा लिया।

इस प्रतियोगिता की खास बात ये रही कि ये वर्ल्ड एथलेटिक्स सबकॉन्टिनेंटल टूर के गोल्ड स्तर का टूर्नामेंट था और इसमें कुल नौ खिलाड़ियों ने शिरकत की थी। नीरज ने पहली बार इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और सीधा पहला स्थान हासिल कर लिया। ये वही मीट है जहां उनके कोच जान जेलेंजी पहले ही नौ बार बाजी मार चुके हैं और अब नीरज भी उसी कतार में शामिल हो गए हैं।

नीरज की मौजूदा फॉर्म को देख कर साफ है कि वो इस सीजन में एक अलग ही रंग में नजर आ रहे हैं। मई में दोहा डायमंड लीग के दौरान उन्होंने 90 मीटर के पार थ्रो करते हुए दूसरा स्थान पाया था। इसके बाद पेरिस डायमंड लीग में उन्होंने बाजी मारी और अब गोल्डन स्पाइक मीट में भी जीत का परचम लहराया। इससे ये साफ हो गया है कि पेरिस ओलंपिक 2024 के बाद भी उनके इरादे मजबूत हैं और वो लगातार नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ते जा रहे हैं।

हालांकि ये पहली बार नहीं है जब नीरज ओस्ट्रावा के मैदान पर उतरे हों। 2018 में उन्होंने IAAF कॉन्टिनेंटल कप में एशिया पैसिफिक टीम का प्रतिनिधित्व किया था और उस वक्त 80.24 मीटर थ्रो के साथ छठवें नंबर पर रहे थे। लेकिन इस बार का नज़ारा कुछ और था। नीरज ने मैदान पर कदम रखते ही बता दिया कि वो केवल नाम के लिए नहीं बल्कि जीत के इरादे से आए हैं।

बीच में कुछ मुकाबलों में उन्हें हार भी झेलनी पड़ी थी जैसे कि दोहा डायमंड लीग और पोलैंड के जानुस कुसोसिन्स्की मेमोरियल मीट में जर्मन खिलाड़ी वेबर ने उन्हें पीछे छोड़ा था। लेकिन 20 जून को पेरिस में जब नीरज ने पहले ही राउंड में 88.16 मीटर का थ्रो फेंका तो उन्होंने वेबर को पछाड़कर अपना बदला भी चुकता कर लिया। इससे पहले उन्होंने जून 2023 में लुसाने डायमंड लीग में भी 87.66 मीटर थ्रो के साथ खिताब जीता था।

अब नीरज की नजरें बेंगलुरु में होने वाली एनसी क्लासिक पर टिकी हैं जहां वे अगली बार 5 जुलाई को मैदान में उतरेंगे। इस मुकाबले में उनके साथ ट्रिनिडाड के एंडरसन पीटर्स और जर्मनी के थॉमस रोहलर भी भाले की लड़ाई में शामिल होंगे। नीरज इस बार भी तिरंगा लहराने को पूरी तरह तैयार हैं और उनका हर थ्रो एक नए इतिहास की ओर बढ़ता हुआ नजर आ रहा है।