31अगस्तर रविवार को ब्रहम मुहूर्त में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा उपरांत परम्परागत धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम
रानीखेत। कदली वृक्ष आमंत्रण के साथ पर्यटक नगरी रानीखेत में 135 वाॅ सात दिवसीय नन्दादेवी महोत्सव शुरु हो गया है।
नन्दादेवी समिती के तत्वाधान में रायस्टेट स्थित माधव कुंज से कदली वृक्ष को पूजा पाठ समपन्न कर माता की जयकारो के साथ श्रद्वालुओ द्वारा नगर भ्रमण उपरांत नंदा देवी मंदिर परिसर में लाया गया। तत्पश्चात माँ नंदा सुनंदा की मूर्ति निर्माण कार्य शुरू हुआ।
नन्दादेवी महोत्सव समिती अध्यक्ष अंशुल साह व संरक्षक हरीश लाल साह की उपस्थिति में वृहस्पतिवार को मां नंदा, सुनंदा की मूर्ति निर्माण हेतु कदली वृक्ष की पूजा अर्चना रायस्टेट स्थित माधव कुंज निवासी विमल भटट के आवास परिसर पर यजमान अमित साह द्वारा सपत्निक की गई, जिसे पं.विपिन चंद्र पंत ने सम्पन्न कराया। पूजा पाठ उपरांत पारम्परिक नगाड़ों निशानों, छोलिया नृत्य व मां नंदा सुनंदा की जय घोष के साथ नगर के देवलीखेत, रोडवेज स्टेशन, सदर बाजार, गाॅधी चौक, केएमओ स्टेशन, शिव मंदिर मार्ग आदि स्थानों से होते वृक्ष को नन्दादेवी मंदिर परिसर मे लाया गया। जिसमे नगर के विभिन्न संगठनो सहित अनेक लोगों ने हिस्सा लिया। वही मंदिर परिसर में महिलाओं के भजन कीर्तन ने वातावरण को और भक्तिमय बना दिया।
समिति संरक्षक हरीश लाल साह ने बताया कि वृहस्पतिवार सायं से शनिवार तक मूर्ति निर्माण तथा रविवार 31अगस्त अष्टमी को ब्रहम मुहूर्त में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा उपरांत परम्परागत धार्मिक अनुष्ठान कार्यक्रम आयोजित होंगे। वहीं श्रद्धालुओं द्वारा डोला उठने तक माता की पूजा अर्चना व दर्शन किए जा सकेंगे तथा कार्यक्रम का समापन तीन सितम्बर को माता की भव्य शोभा यात्रा व मूर्ति विसर्जन के साथ समपन्न होगा।
इस मौके पर नंदा देवी महोत्सव समिति अध्यक्ष अंशुल साह, संरक्षक हरीश लाल साह, राजा अमित साह, रानी गायत्री साह, छावनी परिषद मनोनित सभासद मोहन नेगी, पूर्व प्रमुख हीरा सिंह रावत, अगस्त लाल साह, विमल भट्ट, विमल सती, गिरीश भगत, दिने तिवाडी, अजय बबली, यतीश रौतेला, दीपक पंत, जगदीश अग्रवाल, तरूण बुढलाकोटी, संजय पंत, पंकज साह, शेर सिह राणा, आरपी जोशी, भाष्कर बिष्ट सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।
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नंदादेवी महोत्सव के मध्य 31अगस्त व 1 सितम्बर को विभिन्न विद्यालयों के बच्चों की सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं, सोमवार 1 सितम्बर से दोपहर के समय बच्चों और महिलाओं की विविध प्रतियोगिताएं व रचनात्मक गतिविधियां तथा रात्रि के समय सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।
