अल्मोड़ा: 14 नवंबर की रात्रि सांगड़ साहू लमगड़ा गांव की महिला गंगा देवी पत्नी मोहन सिंह की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्या के बाद लूटा गलोबन्द भी बरामद कर लिया है।
इस मामले में तहरीर के आधार पर धारा 103(1)/309(4) BNS बनाम अज्ञात FIR NO-20/2025 पंजीकृत किया गया था।
इस घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी अल्मोड़ा देवेन्द्र पींचा द्वारा तत्काल सांगड़ साहू गांव पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। फॉरेंसिक यूनिट को मौके पर बुलाकर साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की गई।
हत्याकांड का शीघ्र अनावरण करने व संलिप्त अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु अपर पुलिस अधीक्षक हरबन्स सिंह व सीओ अल्मोड़ा गोपाल दत्त जोशी के पर्यवेक्षण में निरीक्षक भुवन चन्द्र जोशी प्रभारी एसओजी थानाध्यक्ष लमगड़ा प्रमोद पाठक,थानाध्यक्ष धौलछीना सुनील सिंह बिष्ट,थानाध्यक्ष दन्य दिनेश नाथ महंत के नेतृत्व में अलग-अलग टीमों का गठन किया गया।
महिला का घर एकांत में होने व आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरा न होने तथा किसी व्यक्ति की मृतका व परिवार के साथ रंजिश न होने के कारण पुलिस टीम के लिये हत्या का खुलासा करना काफी चुनौतीपूर्ण हो गया था।
इस तरह पहुंची पुलिस टीम हत्यारे तक
हत्या का खुलासा करने के लिये पुलिस टीमों द्वारा थाना लमगड़ा क्षेत्र से लेकर हल्द्वानी तक लगभग 400 सीसीटीवी कैमरों का गहन अवलोकन किया।
मुखबिर तंत्र को मजबूत कर संदिग्ध पर लगातार सतर्क दृष्टि रखी जा रही थी। साथ ही सर्विलांस की मदद से जानकारी जुटाई गई तथा इस दौरान लगभग 100 व्यक्तियो से पूछताछ कर जानकारियां जुटाई गई।
मैनुअल, सर्विलांस,फॉरेंसिक साक्ष्य संकलन, टैक्निकल टीमों के समन्वय से दिन-रात पुलिस टीमो के संयुक्त अथक प्रयासों से दिनांक 14 दिसंबर को अभियुक्त गोपाल सिंह निवासी सांगड़ साहू को पूछताछ के लिये थाने लाया गया,जिसके कब्जे से 1,20,500 बरामद हुए तो सख्ती से पूछताछ करने पर उसके द्वारा गंगा देवी की हत्या कर गलोबन्द लूटना कबूल किया गया, तत्पश्चात अभियुक्त को गिरफ्तार कर आवश्यक कार्यवाही की गई।अभियुक्त गोपाल सिंह की निशानदेही पर हल्द्वानी में सुनार की दुकान से गलोबन्द बरामद की गई।
पीआरडी में कार्यरत है आरोपित
अभियुक्त गोपाल सिंह ने बताया कि वह PRD में कार्यरत है ,साथ ही गांव में और लोगों के साथ-साथ मोहन सिंह (गंगा देवी के पति) के यहां भी खेत जोतने का कार्य करता था।जिससे उसे मजदूरी के रुप में पैसे मिल जाते थे। अभियुक्त पुत्री की शादी नवंबर माह के अंत में तय थी,जिसके लिये वह पैसों का इंतजाम नही कर पा रहा था। गंगा देवी ने उसे लड़की की शादी के लिये 25 हजार रुपये देने का वादा किया था। 14 नवंबर को गोपाल सिंह मृतका गंगा देवी के घर पहुंचा और रुपये मांगने पर गंगा देवी ने रुपये नही दिये तो गलोबन्द से उसका गला दबाकर कान के कुण्डल भी नोचने का प्रयास किया,डोरी में बधा होने के कारण नही ले पाया । गंगा देवी की सांसे रुकने के बाद गोपाल ने गलोबन्द निकालकर महिला को बेड में सुलाया और कम्बल डालकर घर को चला गया। गोपाल ने गलोबन्द को एक पत्थर के नीचे छुपा दिया था,जब पुलिस द्वारा पूछताछ की जाने लगी तो डर के कारण गलोबन्द का कुछ नही किया ।
जैसे तैसे दिनांक 30 नवंबर को उसने अपनी लड़की की शादी कर दी । 9 दिसंबर को जब उसे लगा कि पुलिस का ध्यान उसकी ओर नही है, तब गलोबन्द बेचने हल्द्वानी चला गया। और 10 दिसंबर को उसने झूठ बोलकर हल्द्वानी में एक सुनार की दुकान पर मृतका गंगा देवी का गलोबंद एक लाख छब्बीस हजार में बेच दिया था। हत्याकांड का सफल अनावरण करने वाली पुलिस टीम को आईजी कुमांऊ रिद्धिम अग्रवाल 15,000 रुपये का व एसएसपी अल्मोड़ा द्वारा 10,000 रुपये के नगद ईनाम से पुरस्कृत किया गया।
