30 किलोमीटर की पैदल चढ़ाई के बाद बाबा केदार की शरण में पहुंचे मिलिंद सोमन, पत्नी संग किए दर्शन

चारधाम यात्रा के इस पावन मौसम में जहां श्रद्धालु उत्साह और श्रद्धा से लबरेज होकर बाबा केदार की शरण में पहुंच रहे हैं वहीं 60…

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चारधाम यात्रा के इस पावन मौसम में जहां श्रद्धालु उत्साह और श्रद्धा से लबरेज होकर बाबा केदार की शरण में पहुंच रहे हैं वहीं 60 वर्षीय फिल्म अभिनेता और मॉडल मिलिंद सोमन भी इसी आस्था में डूबे नजर आए। 13 जून को उन्होंने अपनी पत्नी अंकिता कोंवर के साथ केदारनाथ यात्रा के लिए कदम बढ़ाए और भीड़भाड़ वाले रास्तों से हटकर एक अलग और कठिन ट्रैक चुना।

मिलिंद अपनी पत्नी संग रुद्रप्रयाग जनपद की कालीमठ घाटी के आखिरी गांव चौमासी पहुंचे जहां उन्होंने स्थानीय होम स्टे में रात बिताई। वहां उन्होंने पहाड़ी व्यंजनों का भी भरपूर आनंद लिया जिसमें लिंगुड़े की सब्जी, भंगजीरे की चटनी, मंडुवे की रोटी और झंगोरे की खीर शामिल थी। अगले दिन उन्होंने गांव के युवाओं के साथ चौमासी से केदारनाथ के लिए पैदल यात्रा शुरू की। पहले दिन करीब 10 किलोमीटर चलकर खाम बुग्याल पहुंचे जहां उन्होंने रात गुजारी। फिर 15 जून को हथली कौल से आगे का 20 किलोमीटर लंबा रास्ता तय किया और केदारनाथ धाम पहुंचे।

16 जून की सुबह उन्होंने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए। उनका कहना था कि चढ़ाई के दौरान शरीर में जो थकान महसूस हो रही थी वह बाबा के दर्शन के साथ ही खत्म हो गई। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर ट्रैकिंग के दौरान ली गई तस्वीरें और वीडियो भी साझा किए और लिखा कि यहां की शांति और सुंदरता ने उन्हें मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस यात्रा के बाद वह पैदल ही वापसी के रास्ते चौमासी गांव लौटे और फिर वहां से मुंबई के लिए रवाना हो गए। गांव के पूर्व प्रधान मुलायम सिंह तिंदोरी का कहना था कि मिलिंद सोमन इतने सहज और मिलनसार थे कि लगा ही नहीं कि वह पहली बार गांव आए हों। गांव के ही कुछ युवा सतेंद्र, भरत, रजपाल और सर्वेश उनके साथ गाइड और पोर्टर के तौर पर गए थे और सबके साथ उनकी खूब बातचीत भी हुई।

उनकी यह यात्रा ना केवल आस्था की मिसाल बन गई बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता और पहाड़ी संस्कृति से जुड़ाव का एक सुंदर उदाहरण भी पेश कर गई।