कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम में अर्जेंटीना के मशहूर फुटबॉलर लियोनल मेस्सी के कार्यक्रम के दौरान हुए हंगामे के बाद पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। इस मामले में कार्यक्रम के मुख्य आयोजक शताद्रु दत्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि स्टेडियम में मौजूद बड़ी संख्या में दर्शक मेस्सी को ठीक से न देख पाने से नाराज हो गए थे, जिसके बाद माहौल अचानक बिगड़ गया।
कार्यक्रम के दौरान स्टेडियम के अंदर दर्शकों का गुस्सा फूट पड़ा। कई जगह बोतलें फेंकी गईं और कुर्सियां तोड़ दी गईं। कुछ हिस्सों में होर्डिंग्स को भी नुकसान पहुंचाया गया। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने मोर्चा संभाला और भीड़ को शांत कराया। इसके बाद पूरे मामले की जांच शुरू की गई।
कोलकाता में हुए इस हादसे को लेकर एडिशनल डायरेक्टर जनरल कानून व्यवस्था जावेद शमीम ने बताया कि अब स्थिति को संभाल लिया गया है। साथ ही इस मामले मे मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है,वही मुख्य आयोजक को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि आयोजकों की ओर से दर्शकों को टिकट का पैसा वापस करने का आश्वाशन दिया गया है।
वहीं, पश्चिम बंगाल के डीजी राजीव कुमार ने बताया कि दर्शकों में इस बात को लेकर नाराजगी थी कि मेस्सी ने न तो खेला और न ही स्टेडियम में ज्यादा समय बिताया, और कई लोग देख तक नहीं पाए। पहले से तय योजना के मुताबिक मेस्सी का स्टेडियम आकर दर्शकों का अभिवादन करना और फिर लौट जाना था। उन्होंने बताया कि आयोजकों ने लिखित रूप से रिफंड देने की बात कही है, इसी आधार पर कार्रवाई की गई है।
मेस्सी को देखने के लिए कोलकाता में जबरदस्त दीवानगी देखने को मिली। हजारों लोग 12 हजार रुपये तक के टिकट खरीदकर स्टेडियम पहुंचे थे। सुबह करीब 11 बजकर 15 मिनट पर मेस्सी स्टेडियम पहुंचे, लेकिन कुछ ही मिनटों में वहां से रवाना हो गए। इससे फैन्स काफी नाराज हो गए।
स्टेडियम में मौजूद कई दर्शकों ने कार्यक्रम को बेहद निराशाजनक बताया। एक फैन ने कहा कि मेस्सी सिर्फ कुछ मिनट के लिए आए और चारों तरफ नेताओं और अधिकारियों से घिरे रहे। उन्होंने न तो मैदान का चक्कर लगाया और न ही फुटबॉल खेलते नजर आए। लोगों का कहना था कि इतना पैसा, समय और उम्मीदें लगाकर आए थे, लेकिन बदले में कुछ भी देखने को नहीं मिला। इसी नाराजगी ने बाद में हंगामे का रूप ले लिया।
