पुलिस व वन विभाग की संयुक्त टीम ने रामनगर के ग्राम पूछडी क्षेत्र में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया। पुलिस और वन विभाग की इस कार्रवाई का कई सामाजिक संगठन के लोगों ने मंगल बाजार चौराहे पर विरोध किया और सरकार पुलिस व वन विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
इस दौरान उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि अतिक्रमण हटाने के दौरान पुलिस द्वारा लोगों के साथ मारपीट तो की ही साथ ही महिलाओं के साथ अभद्रता की गई। उन्होंने कहा कि सरकार को अतिक्रमण हटाने से पहले यहां बसे लोगों के लिए पुनर्वास की योजना बनानी चाहिए थी उसके बाद अतिक्रमण को ध्वस्त करना था। कहा कि कई परिवार बेघर हो गए, और ऐसे कड़ाके की ठंड में अब लोग अपने बच्चों को लेकर कहां जाएं उनकी रहने की भी कोई व्यवस्था सरकार द्वारा नहीं की गई है। इतना ही नहीं बल्कि भोजन और पानी की व्यवस्था तक नहीं की है।प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वह लोग पीड़ित परिवारों से मिलकर उनकी सहायता करना चाहते थे लेकिन पुलिस द्वारा उन्हें मौके पर जाने से रोक दिया गया। उन्होंने कहा की वह इस मामले में अब न्यायालय की शरण भी लेंगे।
प्रदर्शन के दौरान सीओ सुमित पांडे, कोतवाल सुशील कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शन कर रहे पुरुष एवं महिलाओं सहित करीब एक दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी और बौखला गए और अपना प्रदर्शन और तेज कर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने आज अभियान के तहत जिस तरह मीडिया एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को रोका है उससे यह साफ है कि सरकार और प्रशासन जनता और मीडिया की आवाज को दबाना चाहता है।
