पौड़ी में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। 23 अगस्त को सतपुली में गुलदार ने एक छोटे बच्चे को अपना शिकार बनाया था। इसके बाद एक अन्य बालक पर हमला कर उसे घायल कर दिया था। अब श्रीकोट में चार साल की बच्ची घर से उठाई गई और उसकी मौत हो गई। यह घटना पूरे गांव में दहशत फैलाने वाली साबित हुई है।
घटना 12 सितंबर की रात को श्रीकोट गांव में घटी। बच्ची घर से बाहर खेल रही थी तभी गुलदार ने उसे पकड़ लिया। ग्रामीणों और परिजनों ने पूरी रात उसकी तलाश की। काफी देर बाद बच्ची का क्षत विक्षत शव झाड़ियों में पाया गया। पूरे गांव में मातम छा गया।
डीएफओ पौड़ी जीवन मोहन मौके पर पहुंचे और शोकाकुल परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि शव का पोस्टमॉर्टम और पंचनामे की कार्रवाई पूरी कर ली गई है। गांव में सुरक्षा बढ़ाने के लिए दो पिंजरे लगाए जा रहे हैं और ट्रेंकुलाइजिंग टीम भी तैनात की जा रही है। वन विभाग ने भरोसा दिलाया कि आगे किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी मुस्तैदी से काम किया जाएगा।
पूर्व ब्लॉक प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि यह बेहद दुखद है कि गुलदार घर से ही मासूम को उठा ले गया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। कई बार देखा गया है कि बच्चे घर के पास से ही गुलदार के शिकार बन रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि इन घटनाओं पर रोक के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।
ग्रामीणों का कहना है कि जिले के अलग-अलग हिस्सों में समय-समय पर गुलदार सक्रिय रहते हैं। लेकिन विभाग की ओर से ठोस कार्रवाई नहीं होने से लोगों की जान खतरे में रहती है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर वन विभाग और प्रशासन जल्द कोई कदम नहीं उठाएंगे तो आंदोलन करने पर मजबूर होंगे।
