उत्तराखंड के हरिद्वार से कावड़ियों और पुलिस जवानों के बीच विवाद की खबरें सामने आ रहे हैं। यहां कावड़ यात्रा के दौरान बहादराबाद टोल प्लाजा पर हाईवे पर बैठे कांवड़ियों को हटाने के लिए पुलिस की टीम पहुंची। इसके बाद अचानक कांवड़ियों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।
उन्हें काबू करने के लिए पुलिस ने जवाबी हमले में लाठी चार्ज की। पथराव में दरोगा करम सिंह चौहान गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
कांवड़ियों और जवानों में झड़प की क्या वजह?
यह घटना उस समय की है जब टोल प्लाजा पर कावड़ यात्री बीच सड़क पर बैठकर जाम लगाए हुए थे। पुलिस कर्मियों ने जब उन्हें समझाने का प्रयास किया तो पहले तो कहा सुनी हुई। इसके बाद कुछ कावड़ियों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया। इस पत्थर बाजी में दरोगा के सिर पर गंभीर चोटे आई।इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
हालात हुए बेकाबू तो बुलानी पड़ी पैरामिलिट्री फोर्स
पथराव कर रहे कावड़ियों ने वहां खड़े एक सरकारी वाहन और निजी बस में भी तोड़फोड़ की। हालत बिगड़ने देखकर मौके पर पुलिस बल और पैरामिलिट्री फोर्स भी आई। बल प्रयोग कर भीड़ को हटाकर गश्त बढ़ा दी गई और टोल क्षेत्र में देर रात तक भारी पुलिस बल तैनात रही।
चार आरोपितों की मौके से हुई गिरफ्तारी
इंस्पेक्टर नरेश राठौड़ ने बताया कि चार आरोपितों को मौके से हिरासत में लिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ने कहा कि घटनाक्रम की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और संबंधित धाराओं में कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांवड़ यात्रा की आड़ में कानून हाथ में लेने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
कांवड़ियों ने महिला पुलिसकर्मी के साथ की अभद्रता
प्रेमनगर आश्रम में कांवड़ियों ने महिला पुलिसकर्मी के साथ अभद्रता कर दी। सिंहद्वार और प्रेमनगर चौक पर टकराव की स्थिति बन गई। इसके बाद पुलिस को लाठियां फटकारनी पड़ीं।
सिंहद्वार चौक पर कांवड़ियों को हाईवे पर जाने से रोकने के लिए कांवड़ पटरी पर बैरिकेट लगाए गए हैं। शनिवार दोपहर के समय कुछ कांवड़िए कांवड़ पटरी छोड़ हाईवे से आगे बढ़ने लगे।
कांवड़िए बैरिकेटिंग हटा कर हंगामा करने लगे। देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में कांवड़िए हाईवे पर उतर आए। इससे मार्ग पूरी तरह जाम हो गया।
