जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकियों ने घात लगाकर सुरक्षाबलों पर बड़ा हमला कर दिया था। इस दौरान 5 जवान शहीद हो गए, जबकि 5 जवान घायल हुए हैं। बीते 1 महीने में यह जम्मू संभाग में हुआ छठवां बड़ा हमला है, जबकि कठुआ जिले में एक महीने में ये दूसरा बड़ा आतंकी हमला है।
बताया जा रहा है कि हमला बिलावर के मचेडी-किंडली-मल्हार सड़क पर हुआ। जहां पर सुरक्षाबलों के 10 जवान सेना के वाहन से बदनोता गांव के पास माचेडी-किंडली-मल्हार मार्ग पर नियमित गश्त पर जा रहे थे। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने मल्हार सड़क से सटी एक पहाड़ी पर पोजीशन ले रखी थी। जैसे ही सैन्य वाहन वहां से गुजरा आतंकियों ने घात लगाकर पहले ग्रेनेड फेंका और उसके बाद आधुनिक हथियारों से फायरिंग करना शुरू कर दिए।
सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि हमले के दौरान करीब 3 आतंकी शामिल थे। इतना ही नहीं हमले के दौरान आतंकियों के साथ स्थानीय गाइड के भी साथ होने की आशंका जताई जा रही है। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है। संगठन ने कहा है कि उसके कैडर ने इस हमले में एम4 असॉल्ट राइफल, स्नाइपर, ग्रेनेड और दूसरे हथियारों का इस्तेमाल किया है।
आतंकी संगठन ने आने वाले दिनों में इस तरह के और हमले करने की कसम खाई है। संगठन का कहना है कि यह हमला 26 जून को डोडा में 3 आतंकियों की हत्या का बदला है।
आतंकियों ने 9 जून को रियासी जिले के शिव खोड़ी मंदिर से तीर्थयात्रियों को ला रही एक बस पर हमला किया था। आतंकियों की फायरिंग के बाद बस खाई में गिर गई थी। इस दौरान 9 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि 41 लोग घायल हुए थे।
इस हमले को अंजाम देने के बाद आतंकी जंगल की तरफ भाग गए। जिस पर आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। उन्हें खोजने के लिए सुरक्षाबलों की और टुकड़ियां भेजी गई हैं। कठुआ जिले में एक महीने के अंदर यह दूसरा बड़ा हमला है। इससे पहले 12 और 13 जून को इसी तरह की एक मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए थे और सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया था।
