71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है। साल 2023 में आई फिल्मों को ध्यान में रखते हुए इस बार के विजेताओं का एलान किया गया है। दिल्ली में नेशनल मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुरस्कारों के नाम सामने लाए गए हैं। फिल्मों की समीक्षा के बाद जूरी ने अपनी रिपोर्ट सूचना प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव और एल मुरुगन को सौंपी है।
जूरी में फिल्मकार आशुतोष गोवारिकर और पी शेषाद्री जैसे नाम शामिल रहे हैं। कई हफ्तों की गहन समीक्षा के बाद तय हुआ कि इस बार किस फिल्म और कलाकार को किस कैटेगरी में सम्मान मिलेगा।
सान्या मल्होत्रा की फिल्म कटहल को इस साल की सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का दर्जा दिया गया है। जबकि फीचर फिल्म कैटेगरी में 12वीं फेल ने बाजी मारी है। रॉकी और रानी की प्रेम कहानी को सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली फिल्म का पुरस्कार मिला है।
शाहरुख खान को जवान फिल्म में उनके दमदार अभिनय के लिए बेस्ट एक्टर चुना गया है। इसी कैटेगरी में विक्रांत मैसी को भी 12वीं फेल के लिए समान रूप से यह सम्मान दिया गया है। वहीं रानी मुखर्जी को मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे में उनके भावुक अभिनय के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का खिताब मिला है।
बच्चों के अभिनय की बात करें तो गांधी तथा चेतु के लिए सुक्रीति वेनी बंद्रेदी को बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट का खिताब दिया गया है। इसके अलावा जिप्सी के कबीर खंडारे और नाल फिल्म के त्रिशा तोसार श्रीनीवास पोकले और भार्गव जगपत को भी इस श्रेणी में सम्मानित किया गया है।
एनिमल फिल्म को री रिकार्डिंग मिक्सिंग के लिए स्पेशल मेंशन में जगह मिली है। इसी फिल्म को साउंड डिजाइन के लिए भी सम्मान मिला है।
तेलुगु फिल्म हनु मान को बेस्ट एक्शन डायरेक्शन का पुरस्कार मिला है। रॉकी और रानी की प्रेम कहानी में ढिंढोरा बाजे रे गाने के लिए कोरियोग्राफी को सम्मान मिला है। जबकि इसी फिल्म को लोकप्रियता के आधार पर होलसम इंटरटेनमेंट कैटेगरी में भी पुरस्कार मिला है।
तमिल फिल्म वाथी के लिए जी वी प्रकाश कुमार को म्यूजिक डायरेक्शन का अवॉर्ड मिला है। वहीं हिंदी में एनिमल के लिए हर्षवर्धन रामेश्वर को यह पुरस्कार दिया गया है।
साम बहादुर फिल्म को मेकअप और कॉस्ट्यूम डिजाइन के लिए अवॉर्ड मिला है। श्रीकांत देसाई को मेकअप और दिव्या गंभीर सचिन लावलेकर तथा निधि गंभीर को कॉस्ट्यूम के लिए यह सम्मान दिया गया है।
डायलॉग राइटिंग के लिए सिर्फ एक बंदा काफी है को विजेता चुना गया है। वहीं द केरल स्टोरी को सिनेमेटोग्राफी के लिए अवॉर्ड मिला है।
तेलुगु फिल्म बलगम को लिरिक्स के लिए और बेबी को स्क्रीनप्ले के लिए पुरस्कार मिला है।
प्रादेशिक फिल्मों की बात करें तो ताई फेक भाषा में पाई तांग को बेस्ट फिल्म का खिताब मिला है। गारो भाषा की फिल्म रिमदोगितांगा और तेलुगु की भगवंत केसरी को भी पुरस्कार मिला है। तमिल की पार्किंग पंजाबी की गोद्दे गोद्दे चा ओडिया की पुष्करा मराठी की श्यामची आई और कनाडा भाषा की कंदिलू को भी बेस्ट क्षेत्रीय फिल्मों के तौर पर चुना गया है।
