नई दिल्ली: हीरानंदानी में लगे फर्जी वैक्सीन कैंप के बाद नया मामला बोरीवली इलाके के आदित्य कॉलेज में सामने आया है। मुंबई पुलिस को शक है कि कहीं इस गैंग में शामिल लोग पूरे देश में फर्जी कैंप लगाकर लोगों की जान से खिलवाड़ तो नहीं कर रहे हैं। क्योंकि इस गिरोह से जुड़े लोग मुंबई में अब तक सैकड़ों लोगों को ऐसी ही वैक्सीन लगा चुके हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भी इस पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया गया है।
मुंबई पुलिस के सूत्रों के मुताबिक बुधवार को कोकिलाबेन अस्पताल में काम करने वाले जिस मास्टरमाइंड राजेश पांडे को गिरफ्तार किया गया है उससे काफी कुछ सच सामने आ रहा है। सूत्रों का कहना है कि जिस कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है उसका बड़ा नेटवर्क है। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस गैंग ने न सिर्फ मुंबई बल्कि देश के कई अलग-अलग राज्यों के बड़े शहरों में भी ऐसे कैंप आयोजित कराए हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है देश में चल रहे टीकाकरण अभियान की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को भी पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है।
दरअसल पुलिस सूत्रों का शक इस बात को लेकर ज्यादा गहरा रहा है कि जिस गैंग के मास्टरमाइंड को बोरीवली इलाके के पुलिस स्टेशन में नामजद करते हुए एफआईआर दर्ज कराई गई है उसी के खिलाफ मुंबई के कांदिवली पुलिस स्टेशन में भी फर्जी कैंप लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। क्योंकि इस पूरे गैंग की न सिर्फ मुंबई बल्कि मध्यप्रदेश में भी गिरफ्तारियां हुई हैं, इसलिए शक इस बात पर है कि मध्यप्रदेश समेत आसपास के कई राज्यों में भी सोसाइटी और कंपनियों के कैंपस में फर्जी कैंप लगाए गए हैं।
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक जिस तरीके से फर्जी कैंप के मामले में गिरफ्तार लोगों के तार आपस में जुड़ रहे हैं उससे यह मामला बड़े स्तर का दिख रहा है। मुंबई पुलिस के मुताबिक इस पूरे मामले में अलग-अलग एजेंसियां लगातार जांच कर रही हैं। अनुमान है जल्द ही इस पूरे मामले में कुछ और बड़ी गिरफ्तारियां भी होंगी। उसके बाद इस पूरे रैकेट का पर्दाफाश हो सकता है।

