रोज़गार की तलाश में गए भारतीय युवक के साथ अमानवीय बर्ताव , सड़क किनारे सोने पर मारपीट हुई तो उठी घर लौटने की पुकार

मलेशिया में काम की तलाश में गया भारत का एक युवक इन दिनों वहां हुए जुल्म की वजह से चर्चा में है। सोशल मीडिया पर…

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मलेशिया में काम की तलाश में गया भारत का एक युवक इन दिनों वहां हुए जुल्म की वजह से चर्चा में है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो घूम रहा है जिसमें उसे सड़क पर बेइज्जत किया जा रहा है। वजह सिर्फ इतनी थी कि वह बेघर होने के कारण एक बैंक के बाहर सो गया था। वीडियो में दिख रहा है कि उसे अपमानित किया गया , पानी डालकर भगाने की कोशिश की गई और मारपीट भी हुई।

तमिलनाडु का रहने वाला सफीउद्दीन पक्कीर मोहम्मद पिछले साल रोज़गार के इरादे से मलेशिया चला गया था। वहां उसे उम्मीद थी कि कुछ कमाई करके वह अपनी पत्नी और दो बेटों का खर्चा संभाल सकेगा। मार्च 2024 में उसने कुआलालंपुर के श्री गोम्बक इलाके में एक भोजनालय में रसोइये की नौकरी पकड़ ली थी , लेकिन कुछ ही महीनों में उसकी हालत बिगड़ने लगी।

मोहम्मद का कहना है कि उसने नौकरी देने वाले व्यक्ति को काम के कागज़ बनवाने के लिए लाखों के बराबर रकम थमा दी थी। उसने बताया कि रोजगार अनुमति के लिए उसने अपने मालिक को ढाई से तीन हजार रिंगित के आसपास रकम दी , और इलाज से जुड़ी चीज़ों के लिए भी बड़ी राशि देनी पड़ी। लेकिन कुछ समय बाद उसका मालिक उसकी तनख्वाह रोकने लगा। कई महीने बीत जाते थे और उसे एक पैसा नहीं मिलता था। घर भेजने के लिए जो थोड़ा बहुत सहारा था वह भी खत्म हो गया।

स्थिति यहां तक पहुंच गई कि मालिक ने उसका पासपोर्ट भी अपने पास रख लिया। मोहम्मद ने भारत लौटने की कोशिश की , नौकरी छोड़ने की बात कही , लेकिन उसे जाने नहीं दिया गया। मजबूरी में उसने छह महीने पहले काम पर जाना ही बंद कर दिया। इस दौरान उसकी जेब खाली हो गई , रहने की जगह छिन गई और हाथ में पासपोर्ट भी नहीं बचा।

नोकरानी , पैसा और कागज़ सब छिन जाने के बाद वह कुआलालंपुर की सड़कों पर रहने को मजबूर हो गया। कई दिनों तक वह अमबैंक की तमन मलूरी शाखा के बाहर ही सोता रहा। फिर वही जगह उसके लिए अपमान की वजह बन गई। बैंक के बाहर बैठे मोहम्मद पर अचानक पानी डाला गया। एक महिला सुरक्षा कर्मी नल खोलकर सीधे उस पर पानी फेंकती दिखती है। कुछ देर बाद एक उम्रदराज मोची भी वहां आया और उसने मोहम्मद को लात मारते हुए वहां से भगाने की कोशिश की।

मोहम्मद का कहना है कि उसे कभी अंदाज़ा नहीं था कि सड़क पर सोने की वजह से वह इस तरह वायरल हो जाएगा। उसने बताया कि अगर उसे सिर्फ हटने को कहा जाता , तो वह चुपचाप चला जाता। वह भूखा था , कमजोर था , तनाव में था और हालत ऐसी थी कि कुछ समझ नहीं पा रहा था।

वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय समाजसेवी टोनी लियान आगे आए और उन्होंने मोहम्मद को अपने आश्रय स्थल में जगह दी। स्थानीय रिपोर्टों के मुताबिक लियान अब उसके मालिक से पासपोर्ट वापस कराने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही वह मोहम्मद के सिर पर चढ़े कर्ज़ को निपटाने के लिए भी मदद जुटा रहे हैं।