नेपाल में लगातार बारिश से तबाही: भूस्खलन और बाढ़ में 40 से ज्यादा मृतक, कई लापता, यात्री रास्ते में फंसे

नेपाल में पिछले डेढ़ दिन से लगातार हो रही बारिश ने हालात बेहद खराब कर दिए हैं। जगह जगह भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से…

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नेपाल में पिछले डेढ़ दिन से लगातार हो रही बारिश ने हालात बेहद खराब कर दिए हैं। जगह जगह भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। कई सड़कों पर यातायात ठप है और दर्जनों पुल बह चुके हैं। अब तक करीब चालीस लोगों की जान जा चुकी है। कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं और राहत बचाव दल लगातार तलाश में जुटे हैं।

नेपाल पुलिस के प्रवक्ता बिनोद घिमिरे ने बताया कि अलग अलग इलाकों में भूस्खलन से कई लोगों की मौत हुई है। दक्षिण नेपाल में बिजली गिरने से तीन लोगों की जान चली गई। वहीं उदयपुर जिले में एक व्यक्ति बाढ़ में बह गया।

आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की प्रवक्ता शांति महत ने बताया कि ग्यारह लोग अब भी लापता हैं जो बाढ़ के पानी में बह गए थे। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू टीमें लगातार काम कर रही हैं लेकिन लगातार खराब मौसम से कई जगह पहुंचना मुश्किल हो गया है।

भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई मुख्य सड़कें बंद हैं। कई हाईवे पर आवाजाही रुक गई है। बाढ़ का पानी पुलों को बहा ले गया जिससे सैकड़ों लोग रास्ते में फंस गए। प्रशासन ने सेना और स्थानीय टीमों की मदद से यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं।

काठमांडू एयरपोर्ट के प्रवक्ता रिंजी शेरपा ने बताया कि घरेलू उड़ानें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं जबकि अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिलहाल सामान्य रूप से चल रही हैं।

दक्षिण पूर्वी नेपाल से बहने वाली कोसी नदी इस समय खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यही नदी हर साल बिहार के कई इलाकों में बाढ़ लाती है। इस वजह से निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।

सरकार ने प्रभावित जिलों में आपात तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस साल के मानसून में नेपाल में सौ से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और कई अब भी लापता हैं।