आज के समय में दुनिया तेजी से बदल रही है। इसके साथ ही रिश्ते भी बदल रहे हैं और उनको निभाने का तरीका भी बदल रहा है। इस जनरेशन में आए दिन लव रिलेशनशिप को लेकर नए-नए ट्रेंड देखने और सुनने को मिलते हैं जो आपको हैरानी में डाल सकते हैं। आपको बता दे की कुछ देशों में आप गर्लफ्रेंड को किराए पर ले सकते हैं। इतना ही नहीं इनके लिए इन देशों में अलग से ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से एप्स भी बनाई गई है। वही इस तरह गर्लफ्रेंड किराए पर लेने का कारण और भी हैरान करने वाला है। इसे सुनकर आप अपना माथा पकड़ लेंगे आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से-
यह अनोखा कॉन्सेप्ट जापान से शुरू हुआ है लेकिन आज के समय में यह चीन, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड जैसे एशियाई देशों में फेमस है और यह आम बात हो चुकी है। इन देशों में अलग-अलग एप्स के जरिए आप अपनी पसंद के अनुसार कुछ समय के लिए गर्लफ्रेंड को किराए पर बुक कर सकते हैं। यह गर्लफ्रेंड एकदम प्रोफेशनल होती हैं।
जानकारी के मुताबिक, जापान में इस सेवा की शुरुआत कुछ कंपनियों ने की थी। ये कंपनियां प्रोफेशनल गर्ल्स को ट्रेन करती हैं, जो ग्राहकों के साथ समय बिताती हैं। इसमें सिर्फ एक सोशल इंटरैक्शन की सुविधा दी जाती है। यानी इन गर्लफ्रेंड का काम कस्टमर के साथ डिनर डेट पर जाना, फैमिली फंक्शन अटेंडेंट करना, मूवी देखना, शॉपिंग करना, ट्रैवल या फिर सिर्फ बातचीत करने तक ही सीमित होता है।
कस्टमर सीधे ऐप पर जाकर इन प्रोफेशनल गर्लफ्रेंड्स की तस्वीर उनकी पसंद, नापसंद,आदतें, भाषा आदि देख सकते हैं और फिर इसे टेंपरेरी गर्लफ्रेंड के तौर पर चुन सकते हैं। इसके बाद एक टाइम स्लॉट बुक किया जाता है और फिक्स टाइम पर लड़की क्लाइंट के पास पहुंच जाती है।
रेंट लड़की के एक्सपीरिएंस और आप किस काम के लिए (जैसे डेट पर जाना, परिवार से मिलना या बस बातें करना) गर्लफ्रेंड बुक कर रहे हैं, इसे ध्यान में रखते हुए तय किया जाता है।
जानकारी के मुताबिक, जापान में आमतौर पर 1 घंटे के लिए 4,000 येन (करीब 2508.80 रुपये) से लेकर 10,000 येन (करीब 6,273 रुपये) तक चार्ज किया जाता है। दिनभर के लिए ये किराया 30,000 से 50,000 येन तक शुरू होता है। वहीं, ट्रैवल, मूवी टिकट, खाना-पीना जैसी सुविधाओं का खर्च भी क्लाइंट को अलग से देना होता है।
जापान और चीन जैसे देशों में इस तरह गर्लफ्रेंड रेंट पर लेने के पीछे कई कारण है। पहले यह कि यहां के लोग अकेलापन, ब्रेकअप और स्ट्रेस से खुद को हील करने के लिए इस सेवा का सहारा लेते हैं। वहीं, कुछ लोग पेरेंट्स और रिश्तेदारों के प्रेशर में आकर ऐसा करते हैं।
इन देशों में युवाओं पर शादी का प्रेशर रहता है लेकिन इनमें से कई युवा करियर बनाने के चलते शादी नहीं करते। ऐसे में वह किराए पर गर्लफ्रेंड लेकर उन्हें अपनी फैमिली से मिलवाते हैं या उनके साथ अपना फैमिली फंक्शन अटेंडेंट करते हैं।
इससे मां-बाप बच्चों पर शादी का प्रेशर कम डालने लगते हैं या अपने बच्चों को एक-साथ ज्यादा समय बिताने का मौके दे देते हैं।
रेंट पर गर्लफ्रेंड लेने का ये तरीका सही है या नहीं, इस बात को लेकर लोगों की अलग-अलग राय हो सकती है। हालांकि, इस तरह की सेवाएं समाज की बदलती सोच को दर्शाती हैं, जहां लोग अब इमोशनल सपोर्ट के लिए भी ऑप्शन खोज रहे हैं।
