पिथौरागढ़ स्कूल में चपरासी को मिली प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी , शिक्षा विभाग की सुर्खियों में

पिथौरागढ़ के मुनस्यारी क्षेत्र में जीआईसी खतेड़ा स्कूल में हाल ही में ऐसा मामला सामने आया जिसे जानकर हर कोई हैरान रह गया। बीते महीने…

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पिथौरागढ़ के मुनस्यारी क्षेत्र में जीआईसी खतेड़ा स्कूल में हाल ही में ऐसा मामला सामने आया जिसे जानकर हर कोई हैरान रह गया। बीते महीने से शिक्षक अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर थे और प्रशासनिक कामों में भी हिस्सा नहीं ले रहे थे। इसी बीच प्रभारी प्रिंसिपल प्रवक्ता छोटे सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और स्कूल का कामकाज चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राजू गिरी को सौंप दिया गया। ऐसे में स्कूल में फैसले लेने और जिम्मेदारियों का भार राजू गिरी के ऊपर आ गया।

स्कूल में कुल एक एलटी प्रवक्ता, एक स्थायी शिक्षक, पांच अतिथि शिक्षक और एक चपरासी हैं। स्थायी प्रधानाचार्य की गैर मौजूदगी के कारण प्रभारी प्रिंसिपल का काम प्रवक्ता छोटे सिंह देख रहे थे। हड़ताल के चलते उन्होंने भी यह जिम्मेदारी छोड़ दी और अन्य स्थायी शिक्षक ने इसे स्वीकार नहीं किया क्योंकि नियम के अनुसार स्थायी कर्मचारी ही प्रभारी बन सकता है। अंततः चपरासी राजू गिरी को स्कूल का प्रभार दे दिया गया। मामला मीडिया में आने के बाद शिक्षा विभाग की काफी किरकिरी हुई। अब स्कूल का कार्यभार खंड शिक्षा अधिकारी मुनस्यारी दिगंबर आर्या के पास है। उन्होंने बताया कि स्कूल में पढ़ाई पूरी तरह से ठीक चल रही है और किसी भी तरह की परेशानी नहीं है।

पूरे प्रदेश में करीब 2000 स्कूलों में स्थायी प्रधानाचार्य नहीं हैं। पिथौरागढ़ जिले में 87 हाईस्कूलों में केवल एक और 128 इंटर कॉलेजों में चार स्थायी प्रधानाचार्य हैं। ज्यादातर स्कूलों में प्रभारी प्रधानाचार्य देख रहे शिक्षक पदोन्नति और अन्य मांगों को लेकर अपने कार्यभार से हट चुके हैं।