देहरादून में पत्नी की हत्या के आरोप में फरार चल रहे एक व्यक्ति को कैंट थाना पुलिस ने पकड़ लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने नशे में अपनी पत्नी से झगड़ा किया था। झगड़े के दौरान पत्नी ने उसे धक्का दे दिया था जिससे वह गुस्से में आगबबूला हो गया और उसने शराब की बोतल और सिल बट्टे से पत्नी के सिर पर वार कर दिया। चोट लगने से महिला बुरी तरह घायल हो गई थी।
घटना के बाद आरोपी ने पड़ोसियों को बुलाया और उन्हें बताया कि उसकी पत्नी बाथरूम में फिसलकर घायल हो गई है। सबकी मदद से वह उसे अस्पताल लेकर गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सबूतों के आधार पर आरोपी को हिरासत में लिया।
पुलिस के अनुसार 15 अक्टूबर को अर्जुन थापा नाम के युवक ने कैंट थाने में शिकायत दी थी। उसने बताया कि उसकी मां कोपिला थापा काफी समय से बीमार थीं और पिता प्रेम बहादुर थापा उन्हें इलाज के लिए नेपाल से देहरादून के मिलिट्री अस्पताल लेकर आए थे। अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने डाकरा बाजार में एक कमरा किराए पर ले लिया था।
बारह अक्टूबर की रात दोनों के बीच शराब पीने को लेकर विवाद हुआ। इस दौरान धक्का मुक्की में मां का सिर दीवार से टकरा गया और वह बेहोश होकर गिर पड़ीं। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अर्जुन की शिकायत पर पुलिस ने प्रेम बहादुर थापा के खिलाफ केस दर्ज किया।
पुलिस ने जांच शुरू की और आरोपी को कैंट क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि प्रेम बहादुर थापा सेना से साल 2007 में रिटायर हुआ था। उसकी पत्नी मानसिक और अन्य बीमारियों से जूझ रही थी। इसी वजह से वह सीजीएचएस कार्ड से इलाज के लिए नेपाल से देहरादून आया था।
जानकारी के मुताबिक आरोपी और उसकी पत्नी पांच सितंबर से बारह अक्टूबर तक अस्पताल में ही रह रहे थे। बाद में उन्होंने डाकरा बाजार में साढ़े चार हजार रुपये महीने पर कमरा लिया था। उसी कमरे में शराब पीने के बाद दोनों में झगड़ा हुआ और मामला इतना बढ़ गया कि आरोपी ने पत्नी पर बोतल और पत्थर से हमला कर दिया।
वारदात के बाद उसने कमरे में पड़े खून को पानी से धो दिया और पड़ोसियों को बताया कि उसकी पत्नी बाथरूम में फिसल गई थी। पड़ोसियों की मदद से वह उसे अस्पताल ले गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद आरोपी ने सबको यही बताया कि उसकी पत्नी गिरकर मरी है।
पुलिस ने जब कमरे की तलाशी ली तो साफ-सफाई के निशान मिले। बाद में आरोपी ने खुद कबूल किया कि उसने खून से सनी बोतल गिलास और पत्थर को एक काले पन्नी में डालकर डाकरा एमएच रोड के जंगल में फेंक दिया था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर सबूत बरामद कर लिए हैं। आरोपी को हिरासत में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
