अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद हादसे का शिकार हो गई, जिसमें 260 लोगों की जान चली गई। इस दर्दनाक विमान हादसे के करीब एक महीने बाद एयरक्राफ्ट एक्सिडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की शुरुआती रिपोर्ट सामने आ चुकी है। रिपोर्ट में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं, जिन्होंने कुछ अफवाहों पर विराम लगाया है लेकिन कई सवाल अब भी जस के तस हैं।
रिपोर्ट में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह है कि हादसे की वजह दोनों इंजनों का अचानक फ्यूल कटऑफ होना था। रिपोर्ट के मुताबिक, उड़ान भरने के ठीक बाद दोनों इंजनों के फ्यूल स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ पोजिशन में चले गए। यह घटना एक सेकंड के अंदर घटी, जिससे विमान की पावर कम होने लगी और विमान नीचे गिरने लगा। हालांकि, यह अभी साफ नहीं हो पाया है कि ऐसा मानवीय गलती से हुआ या किसी तकनीकी गड़बड़ी की वजह से।
विमान के क्रैश के बाद कई तरह की आशंकाएं जताई जा रही थीं लेकिन रिपोर्ट ने कुछ प्रमुख थ्योरीज को नकार दिया है। जांच में यह पाया गया कि हादसे के वक्त मौसम एकदम साफ था, हवा की गति बेहद कम थी और विजिबिलिटी सामान्य थी। किसी पक्षी से टकराने की बात भी गलत साबित हुई क्योंकि न तो कोई विजुअल प्रूफ मिला और न ही जांच में इसके संकेत मिले। टेकऑफ के समय विमान का वेट और बैलेंस भी संतुलित था और फ्यूल की गुणवत्ता भी संतोषजनक पाई गई।
विमान के दोनों इंजन उड़ान के दौरान सामान्य तरीके से काम कर रहे थे और उनमें कोई तकनीकी दिक्कत नहीं थी, लेकिन जैसे ही फ्यूल कटऑफ हुआ, दोनों बंद हो गए। इसके बाद पायलटों ने फौरन रिएक्ट करते हुए दोनों स्विच दोबारा ‘RUN’ पोजिशन में किए और इंजन दोबारा शुरू होने लगे। लेकिन तब तक विमान सिर्फ 625 फीट की ऊंचाई पर था और उसे दोबारा ऊपर उठाने के लिए ना तो समय बचा था और ना ही ऊंचाई।
कॉकपिट में हुई बातचीत से एक और दिलचस्प संकेत मिला है। जब फ्यूल कटऑफ हुआ, तो एक पायलट ने दूसरे से पूछा, “तुमने फ्यूल क्यों कट किया?” जवाब में साथी पायलट ने कहा, “मैंने नहीं किया।” इससे यह तो पता चलता है कि यह कोई जानबूझकर की गई हरकत नहीं थी, लेकिन यह सवाल जरूर खड़ा होता है कि आखिर यह हुआ कैसे?
फ्लाइट को फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर उड़ा रहे थे और कैप्टन सुमीत सभरवाल निगरानी कर रहे थे। रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया कि बातचीत किसने शुरू की और किसने जवाब दिया। कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर की और गहराई से जांच जारी है, जिससे आगे और जानकारियां मिल सकती हैं।
अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या यह हादसा पायलट की गलती थी या कोई इलेक्ट्रॉनिक फेलियर? AAIB की यह रिपोर्ट फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं कर पाई है, लेकिन आगे की जांच अब इसी बिंदु पर केंद्रित रहेगी।