सालों से खाली पड़े अस्पतालों को मिले डॉक्टर, उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्र के मरीजो को मिली बड़ी राहत

उत्तराखंड राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में कई अस्पताल सालों से खाली पड़े थे और इन दुर्गम अस्पतालों के लिए डॉक्टर भी नहीं मिल रहे थे…

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उत्तराखंड राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में कई अस्पताल सालों से खाली पड़े थे और इन दुर्गम अस्पतालों के लिए डॉक्टर भी नहीं मिल रहे थे लेकिन अब पहाड़ों पर रहने वाले मरीजों के लिए खुशखबरी सामने आई है। सरकार ने 220 डॉक्टर को दूरस्थ और दुर्गम अस्पतालों में तैनाती दी है।

इससे इन क्षेत्रों में मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी। स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत का कहना है कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में 220 पद खाली थे। इन पदों को भरने के लिए चिकित्सा चयन बोर्ड ने डॉक्टरों का चयन किया और उन्हें तैनाती दे दी गई है।

उन्होंने बताया कि 220 में से दिव्यांग श्रेणी को छोड़कर अन्य सभी डॉक्टरों को दुर्गम क्षेत्रों में भेजा गया है। उन्होंने कहा कि सुदूरवर्ती क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए यह कदम उठाया गया है।

उन्होंने कहा कि सरकार राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार सुधार कर रही है और इसी के तहत अब दुर्गम क्षेत्रों पर विशेष फोकस किया जा रहा है।


उन्होंने बताया कि जिन अस्पतालों में डॉक्टर तैनात किए गए हैं वह लंबे समय से रिक्त चल रहे थे। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि देवाल, ग्वालदम, थराली, गैरसैंण, मेहलचौरी, जोशीमठ, माईथान, हर्षिल, गंगोत्री, टिकोची, मोरी, बलडोगी समेत प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों में डॉक्टरों की तैनाती हुई है।