आगरा में दूध पीने से दो मासूमों की मौत के बाद हड़कंप, डेयरी से लिए गए नमूने, जांच जारी

आगरा के कागारौल क्षेत्र में दूध पीने के बाद दो मासूम बच्चों की मौत से सनसनी फैल गई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए…

here was a stir in agra after the death of two innocent children after drinking milk samples were taken from the dairy investigation is going on


आगरा के कागारौल क्षेत्र में दूध पीने के बाद दो मासूम बच्चों की मौत से सनसनी फैल गई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने जगनेर रोड स्थित बच्चू डेयरी पर छापा मारा। छापेमारी के दौरान वहां से दूध के दो नमूने जांच के लिए लिए गए हैं। अगर जांच रिपोर्ट में दूध मिलावटी या नकली पाया जाता है, तो डेयरी संचालक पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।


सहायक आयुक्त खाद्य महेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि एफएसडीए की टीम ने पुलिस की मौजूदगी में डेयरी की तलाशी ली। मौके पर दो बड़े ड्रमों में दूध रखा हुआ था, जिनमें से एक-एक नमूना जांच के लिए सील कर लैब भेजा गया है। रिपोर्ट फेल होने पर कानूनी कार्रवाई और केस दर्ज किया जाएगा।


यह हृदय विदारक घटना करबला मोहल्ले की है, जहां रहने वाले पशु व्यापारी भूरा के 11 महीने के बेटे अवान और दो साल की बेटी माहिरा की गुरुवार रात को संदिग्ध हालात में मौत हो गई। बताया गया कि मां मुस्कान ने रात को बच्चों को दूध पिलाकर सुलाया था। देर रात जब मुस्कान की नींद खुली तो देखा कि दोनों बच्चों में कोई हरकत नहीं हो रही थी। शोर मचाने पर परिवार के अन्य सदस्य जागे और बच्चों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अवान की मौके पर ही मौत हो चुकी थी जबकि माहिरा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।


घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम ने घर से और डेयरी से दूध के सैंपल लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है। हालांकि बच्चों के पिता भूरा ने दूध में ज़हर जैसी किसी चीज की आशंका जताई है लेकिन उन्होंने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। न ही पुलिस को कोई लिखित शिकायत दी गई है।


पुलिस की मानें तो बच्चू रावत की डेयरी से दूध लेने के बाद ही बच्चों की तबीयत बिगड़ी थी। इसके बाद दोनों की मौत हो गई। हालांकि अभी तक किसी और ने डेयरी के दूध से परेशानी की शिकायत नहीं की है। बच्चू रावत पिछले 40 साल से क्षेत्र में दूध का व्यवसाय कर रहे हैं। जब खाद्य विभाग की टीम ने दुकान पर छापा मारा तो कई अन्य दूध विक्रेता भी अपनी दुकानें बंद करके मौके से भाग खड़े हुए।


फिलहाल पुलिस और प्रशासन की नजरें लैब रिपोर्ट पर टिकी हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही दूध की गुणवत्ता को लेकर सच्चाई सामने आ सकेगी और आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। इस दर्दनाक घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है और डेयरी उत्पादों की गुणवत्ता को लेकर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।