हरीश रावत का कहना है कि सरकार ने पहले पंचायत चुनाव से बचने का हर संभव प्रयास किया है, जब हाई कोर्ट के रुख को देखते हुए चुनाव कराने ही पड़ गए तो पहले ही दिन से चुनाव में षड्यंत्र रचा गया। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार ने पंचायत चुनाव के दौरान जमकर पंचायती राज व्यवस्थाओं को अनदेखा किया।
पंचायत चुनाव में की गई धांधली को जनता की अदालत में ले जाने के लिए उन्होंने कहा कि वह सितंबर में न्याय यात्रा शुरू करेंगे। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में मीडिया के सामने उन्होंने कहा कि चुनाव में हर स्तर पर लोकतंत्र की हत्या की गई। कांग्रेस का संगठन भी चुनावों में गड़बड़ी के खिलाफ निर्णायक जंग छेड़ने जा रहा है। इसके तहत देहरादून और नैनीताल में वह बड़े प्रदर्शन करेंगे।
हरीश रावत ने कहा कि सरकार ने पहले पंचायत चुनाव से बचने का हर संभव प्रयास किया, जब हाई कोर्ट का रुख देखा तो उन्हें चुनाव कराने ही पड़े तो पहले ही दिन से चुनाव को लेकर षड्यंत्र रचा गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इसकी शंका जाहिर की थी और अब यह बात साबित भी हो गई।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से पहले बड़ी संख्या में लोग नामांकन रद्द कर रहे हैं, राज्य की जनता 25 सालों में पहली बार खुलेआम गुंडागर्दी और अपहरण के बल पर पंचायत चुनाव में लूट कर रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की न्याय यात्रा पर अपना रिएक्शन दिया और कहा कि पहले अपने दल के भीतर अपने लिए न्याय दिलाने के लिए यात्रा का निकालना चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि पंचायत चुनाव में भाजपा को जनता ने अपार समर्थन दिया। कांग्रेस अब हार की खीज उतारने के लिए इस तरह की बयानबाजी कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोगों ने आज तक हरीश रावत को अपना नेता नहीं माना है। ऐसे में उन्हें पहले अपने दल के अंदर खुद को न्याय दिलाने के लिए न्याय यात्रा निकालनी चाहिए।
