Haridwar Stampede: एक दिन बाद घायलों ने बताई दर्दनाक आपबीती, डंडे लेकर भीड़ को धकेल रहे थे युवक, चार लोग दबे आंखों के सामने

अस्पताल में भर्ती एक घायल फरीदाबाद निवासी कुलदीप कुमार प्रजापति ने बताया कि वह अपनी पत्नी आरती, भाई जितेंद्र और साली गायत्री के साथ रविवार…

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अस्पताल में भर्ती एक घायल फरीदाबाद निवासी कुलदीप कुमार प्रजापति ने बताया कि वह अपनी पत्नी आरती, भाई जितेंद्र और साली गायत्री के साथ रविवार सुबह 9:00 बजे मां मनसा देवी के दर्शन के लिए पैदल मार्ग से जा रहे थे।

करीब 9:30 बजे वह मंदिर पहुंच गए थे तभी ऊपर की तरफ से आ रहे कुछ लोगों ने नीचे की ओर जाने को कहा। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पीछे जाना संभव नहीं हो पा रहा था। ऊपर चढ़ने और उतरने वालों की भीड़ अनियंत्रित होने की वजह से यह हादसा हुआ।

धक्का मुक्की में पैदल मार्ग के किनारे दुकान के नीचे कुछ लोग दब गए। कुलदीप ने बताया कि उनकी आंखों के सामने चार लोग दबकर मर गए। जैसे-तैसे हम सभी पैदल ही नीचे उतरे। मेन रोड पर खड़ी एंबुलेंस मेला अस्पताल लेकर पहुंची।


राजकीय मेला अस्पताल में भारती बंगाल के वर्तमान जिले के निवासी विनोद ने बताया कि वह हिमाचल प्रदेश में माइक्रोटेक कंपनी में काम करते हैं। रविवार सुबह ही गंगा स्नान मनसा देवी के दर्शन करने के लिए वह पहुंचे थे। पैदल मार्ग पर नीचे से ऊपर और ऊपर से नीचे आने वालों की बहुत ज्यादा भीड़ थी।

इस बीच ऊपर की तरफ से कुछ युवक डंडे लेकर भीड़ को नीचे धकेल रहे थे, जिससे भगदड़ मच गए और उनकी बेटी गुंजन दास और पत्नी रीना देवी गिर पड़े। भीड़ में कुचलने से पत्नी का पेट दब गया। पैर में भी चोट आ गई जैसे तैसे दोनों को लेकर एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचे।