अल्मोड़ा। पूर्व राज्य मन्त्री एवं बाल्मीकि महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ए. के सिकन्दर पवार ने सफाई कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर चल रही है हड़ताल का समर्थन करते हुए कहा कि सफाई के कार्य में ठेका प्रथा बाल्मीकि समाज के लिए एक बहुत बड़ा अभिशाप है।
कहा कि एक तरफ सरकार कर्मचारियों को कोरोना वारियर की उपाधि दे रही है वहीं दूसरी तरफ इनसे ठेके पर न्यूनतम वेतन पर काम कराया जा रहा है। पवार ने कहा कि वर्तमान सरकार में उपाध्यक्ष के पद पर आसीन सफाई कर्मचारी आयोग के मंत्री ने खुद अपने बयान में कहा कि इस सरकार में सफाई कर्मचारियों का उत्पीड़न हो रहा है और त्याग पत्र देने तक की धमकी दे डाली है।
पवार ने प्रदेश के चारों पर्यावरण मित्र संगठन अध्यक्षों से निवेदन किया कि वह एकसाथ आए, पूरा वाल्मीकि समाज और बाल्मीकि महासभा आपके साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर कर्मचारियों को मांगों के लिए साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने मांग उठाई है कि पदों का सृजन कर कमचारियों को स्थाई रोजगार दिया जाए।

