नई दिल्ली, 27 अगस्त 2021—ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने सोशली मीडिया पर उनके भाले को लेकर टिप्पणी के बाद विवाद पैदा करने वालों को अपने ट्वीट से करारा जबाब दिया है। उन्होंने इसे किसी भी प्रकार के गंदे एजेंटे का माध्यम नहीं बनाने को कहा।
गुरूवार को नीरज ने कहा कि कहा कि टोक्यो ओलंपिक के दौरान पाकिस्तान के अरशद नदीम के उनके भाले के इस्तेमाल को लेकर की गयी उनकी टिप्पणी से हुए विवाद से वह दुखी हैं।
भारत को एथलेटिक्स में पहला ओलंपिक पदक (टोक्यो में स्वर्ण पदक) दिलाने वाले सेना के 23 साल के भाला फेंक खिलाड़ी ने कहा कि किसी को उनके नाम का इस्तेमाल किसी विवाद को खड़ा करने में नहीं करना चाहिए।
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ट्वीट में उन्होंने कहा है कि खेल हम सबको एकजुट होकर साथ रहना सिखाता है और कुछ भी टिप्पणी करने से पहले खेल के नियम जानना जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि ‘मेरी हालिया टिप्पणी पर लोगों की कुछ प्रतिक्रियायें देखकर बहुत निराश हूं।’
ओलंपिक में 87.58 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा बीते कुछ दिनों से भाले की वजह से चर्चा में हैं। नीरज चोपड़ा के एक अख़बार को दिए इंटरव्यू का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर हो रहा था।
इस इंटरव्यू में नीरज चोपड़ा कहते हैं, ”मैं फ़ाइनल की शुरुआत से पहले अपना भाला खोज रहा था। लेकिन मिल नहीं रहा था. तभी मैंने देखा कि पाकिस्तान के खिलाड़ी अरशद नदीम मेरे भाले के साथ घूम रहे हैं। मैंने अरशद से कहा कि भाई यह मेरा भाला है। मुझे दे दो ताकि मैं थ्रो कर सकूँ।” इसके बाद कुछ लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया में घेरने का प्रयास करना शुरू कर दिया है। इसके बाद नीरज ने ट्वीट के माध्यम से अपनी स्थिति तो साफ की ही ऐसे सभी लोगों को नसीहत भी दे डाली।
बताते चलें कि ओलंपिक में खासकर इस खेल में यह सारी प्रक्रिया नियमों के अनुसार ही है। खिलाड़ी अपने साथी खिलाड़ियों के भले आदि का इस्तेमाल अभ्यास आदि में करते ही हैं।


