छात्रसंघ चुनाव-2025 को लेकर हुई आमसभा:: पेपर लीक का मामला हर जुंबा पे दिखा, वोट का मुद्दा भी बना ?

अल्मोड़ा: सोबन सिंह जीना परिसर में छात्रसंघ चुनाव की आम सभा हुई। अन्य वर्षों की तरह वादों और आश्वासनों के इतर इस बार पेपर लीक…

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अल्मोड़ा: सोबन सिंह जीना परिसर में छात्रसंघ चुनाव की आम सभा हुई।

अन्य वर्षों की तरह वादों और आश्वासनों के इतर इस बार पेपर लीक का मुद्दा खूब उछला। एनएसयूआई इस पर मुखर दिखते हुए गद्दी छोड़ने की मांग करते दिखे, वहीं एवीबीपी समर्थक भी पेपर लीक की शिकायत की उच्च स्तरीय जॉंच की तख्तियां लिए दिखाई दिए।


यह भी कयास‌ लगाए जा रहे हैं कि इस बार प्रतियोगियी परीक्षाओं के आयोजन में लग रहे नकल या पेपर लीक के आरोप बड़ा मुद्दा बन सकते हैं, सालों बाद छात्रों के बीच एक मुद्दे को लेकर बड़ा मंथन दिख रहा है।
अल्मोड़ा में अध्यक्ष पद पर एनएसयूआई और एबीवीपी में सीधा मुकाबला है।


शुक्रवार को हुई आमसभा में अध्यक्ष पद के लिए दीपक लोहनी एवं लोकेश सुप्याल, उपाध्यक्ष पद के लिए भूपेश सिंह कैड़ा, उपाध्यक्ष छात्रा निकिता रौतेला और रश्मि सत्यवली, सचिव पद के लिए प्रदीप सिंह और विशाल सिंह बिष्ट, संयुक्त सचिव पद के लिए दिनेश कुमार, विनीत आर्य, कोषाध्यक्ष के लिए कृष्णा कनवाल और विजय कनवाल, सांस्कृतिक सचिव के लिए दर्शन कुमार, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि के लिए निखिल कपकोटी और सुरेंद्र सिंह धामी, संकाय प्रतिनिधि,कला के लिए अभिषेक कुमार, संकाय प्रतिनिधि, दृश्य कला गौरव पांडे, संकाय प्रतिनिधि, वाणिज्य के लिए गोविंद प्रसाद ने मंच से अपनी बात रखी।

संचालन समिति के संयोजक प्रो हरीश जोशी, डॉ. नीलम कुमारी, डॉ मनोज बिष्ट, डॉ संदीप पांडे, डॉ गिरीश अधिकारी ने संयुक्त रूप से संचालन किया।


परिसर निदेशक प्रो प्रवीण सिंह बिष्ट और अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो शेखर चन्द्र जोशी ने आम सभा की व्यवस्था देखी। उन्होंने बूथों की तैयारी, मतदान कर्मियों से जुड़े निर्देश, छात्रों के प्रवेश, अनुशासन, स्वच्छता बरतने, गोपनीयता रखने आदि की व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया। उन्होंने प्रत्येक बूथ की व्यवस्थाओं को देखा।


इस अवसर पर कुलानुशासक डॉ दीपक ने परिसर में अनुशासन बनाने के लिए कुलानुशासक मंडल के सदस्यों के साथ सहयोग दिया।
इस अवसर पर प्रकाश भट्ट, भुवन विद्यार्थी, गुलाब राम, भूपाल भट्ट, नीरज कनवाल आदि के साथ छात्र कल्याण मंडल, कुलानुशासक मंडल के सदस्यों, शिक्षकों/ शिक्षणेत्तर कार्मिकों ने सहयोग दिया।