अयोध्या में ध्वजारोहण के साथ पांच शताब्दियों की तपस्या पूरी , पीएम मोदी ने कहा कि देश से लेकर दुनिया तक राम भक्ति की अनोखी अनुभूति व्याप्त

पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या आज भारत की संस्कृति को एक नए शिखर पर ले जाती दिख रही है। उनका कहना था कि इस…

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पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या आज भारत की संस्कृति को एक नए शिखर पर ले जाती दिख रही है। उनका कहना था कि इस समय देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया राम के रंग में रंगी है। हर श्रद्धालु के मन में जो सुकून है , वो सदियों की तपस्या और इंतजार का फल है। उन्होंने कहा कि बहुत लंबे समय से जो घाव लोगों के दिलों में थे , वो अब भरते दिख रहे हैं। सदियों की पीड़ा खत्म होने की कगार पर है और वही संकल्प आज पूरा हो रहा है जिसके लिए अनगिनत पीढ़ियों ने आस लगाई थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ध्वज सिर्फ ध्वज नहीं बल्कि उस आस्था का रूप है जिसकी अग्नि पांच सौ साल तक बुझी नहीं। यह संघर्ष से लेकर सृजन तक की पूरी कहानी अपने भीतर समेटे है। उन्होंने इसे संतों की मेहनत और समाज की एकजुटता का प्रतीक बताया। प्रधानमंत्री के मुताबिक यह भगवा ध्वज भारतीय सभ्यता के नए जागरण की पहचान बनकर खड़ा है , जिसमें सूर्यवंश का गौरव , ॐ की शक्ति और कोविदार वृक्ष की छाप रामराज्य की मर्यादा को जीवंत करती है।

उन्होंने कहा कि यह ध्वज लोगों को प्रेरित करेगा कि वचन से कभी पीछे न हटें और कर्म को हमेशा प्राथमिकता दें। साथ ही यह संदेश देगा कि समाज में भेदभाव , डर और कष्ट की कोई जगह न रहे और सबके जीवन में सुख और शांति बनी रहे।

आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत ने इस अवसर को बेहद भावुक बताकर कहा कि अनगिनत लोगों ने इस स्वप्न को सच करने के लिए अपने जीवन तक न्योछावर कर दिए। उनके मुताबिक आज उन सबकी आत्माएं तृप्त होंगी जो मंदिर निर्माण के लिए संघर्ष में जुड़े रहे। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण की पारंपरिक प्रक्रिया अब पूरी हो गई है और ध्वजारोहण को अपनी आंखों से देखना अपने आप में सौभाग्य है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। उन्होंने इसे राष्ट्र की आत्मा को गौरवान्वित करने वाला क्षण बताया और कहा कि अयोध्या में हुआ यह ध्वजारोहण लंबे इंतजार का अंत है।

अयोध्या में मंगलवार को उस वक्त माहौल पूरी तरह राममय हो गया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर धर्मध्वज फहराया। वैदिक मंत्रों की ध्वनि और जय श्रीराम के नारों के बीच पूरा परिसर श्रद्धा से भर गया। इस मौके पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।

पीएम मोदी ने कहा कि अयोध्या आज भारत की संस्कृति को एक नए शिखर पर ले जाती दिख रही है। उनका कहना था कि इस समय देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया राम के रंग में रंगी है। हर श्रद्धालु के मन में जो सुकून है , वो सदियों की तपस्या और इंतजार का फल है। उन्होंने कहा कि बहुत लंबे समय से जो घाव लोगों के दिलों में थे , वो अब भरते दिख रहे हैं। सदियों की पीड़ा खत्म होने की कगार पर है और वही संकल्प आज पूरा हो रहा है जिसके लिए अनगिनत पीढ़ियों ने आस लगाई थी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह ध्वज सिर्फ ध्वज नहीं बल्कि उस आस्था का रूप है जिसकी अग्नि पांच सौ साल तक बुझी नहीं। यह संघर्ष से लेकर सृजन तक की पूरी कहानी अपने भीतर समेटे है। उन्होंने इसे संतों की मेहनत और समाज की एकजुटता का प्रतीक बताया। प्रधानमंत्री के मुताबिक यह भगवा ध्वज भारतीय सभ्यता के नए जागरण की पहचान बनकर खड़ा है , जिसमें सूर्यवंश का गौरव , ॐ की शक्ति और कोविदार वृक्ष की छाप रामराज्य की मर्यादा को जीवंत करती है।

उन्होंने कहा कि यह ध्वज लोगों को प्रेरित करेगा कि वचन से कभी पीछे न हटें और कर्म को हमेशा प्राथमिकता दें। साथ ही यह संदेश देगा कि समाज में भेदभाव , डर और कष्ट की कोई जगह न रहे और सबके जीवन में सुख और शांति बनी रहे।

आरएसएस सरसंघचालक मोहन भागवत ने इस अवसर को बेहद भावुक बताकर कहा कि अनगिनत लोगों ने इस स्वप्न को सच करने के लिए अपने जीवन तक न्योछावर कर दिए। उनके मुताबिक आज उन सबकी आत्माएं तृप्त होंगी जो मंदिर निर्माण के लिए संघर्ष में जुड़े रहे। उन्होंने कहा कि मंदिर निर्माण की पारंपरिक प्रक्रिया अब पूरी हो गई है और ध्वजारोहण को अपनी आंखों से देखना अपने आप में सौभाग्य है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व का दिन है। उन्होंने इसे राष्ट्र की आत्मा को गौरवान्वित करने वाला क्षण बताया और कहा कि अयोध्या में हुआ यह ध्वजारोहण लंबे इंतजार का अंत है।