हल्द्वानी में वायरल संक्रमण का डर बढ़ा है। डॉ सुशीला तिवारी अस्पताल की लैब में हाल ही में किए गए परीक्षणों में 12 लोगों में एच3एन2 वायरस पाया गया। चार मरीजों को अस्पताल में भर्ती कर उनका इलाज किया गया और बाकी का उपचार घर पर किया गया। डॉक्टरों ने लोगों को संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतने और भीड़भाड़ वाले स्थानों से बचने की सलाह दी।
एसटीएच लैब में शहर के अलग-अलग अस्पतालों से आए सैंपल की जांच निशुल्क की जाती है। गले से लिए गए सैंपल की मोलिक्यूलर टेस्टिंग के बाद वायरस की पुष्टि होती है। मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ उमेश ने बताया कि जुलाई में 109 सैंपल की जांच हुई जिसमें सात पॉजिटिव मामले सामने आए। इनमें छह मरीजों में एच3एन2 वायरस की पुष्टि हुई जबकि एक मरीज कोविड पॉजिटिव निकला।
अगस्त में 104 सैंपल की जांच हुई और इसमें भी छह पॉजिटिव केस मिले। कुल बारह मरीजों में से चार को अस्पताल में भर्ती किया गया था। चिकित्सकों ने कहा कि सभी का इलाज सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।
डॉक्टरों ने चेताया कि एच3एन2 के लक्षण तेज बुखार, लगातार खांसी, शरीर और पेट में दर्द, गले में खराश, कमजोरी, उल्टी और आंखों में दर्द के रूप में सामने आते हैं। लोगों को इन लक्षणों पर ध्यान देने और सुरक्षित रहने की सलाह दी गई है।
