लाल किले के पास हुए धमाके के बाद ईडी की बड़ी कार्रवाई , अल फलाह यूनिवर्सिटी के ठिकानों पर दबिश

लाल किले के पास जो कार ब्लास्ट हुआ था , उसके बाद जांच एजेंसियां लगातार जगह–जगह छानबीन कर रही हैं। इसी सिलसिले में मंगलवार सुबह…

IMG 20251118 124644

लाल किले के पास जो कार ब्लास्ट हुआ था , उसके बाद जांच एजेंसियां लगातार जगह–जगह छानबीन कर रही हैं। इसी सिलसिले में मंगलवार सुबह ईडी की टीम ने फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े ओखला वाले दफ्तर में दबिश दी , जिससे पूरे इलाके में हलचल मच गई।

ब्लास्ट के बाद से ही अल फलाह ट्रस्ट पर जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है , इसी वजह से ईडी ने दिल्ली और फरीदाबाद में अलग–अलग ठिकानों पर पहुंचकर दस्तावेज खंगाले हैं। इस धमाके में अब तक पंद्रह लोगों की जान जा चुकी है , जिससे पूरे मामले को लेकर जांच और भी सख्त कर दी गई है।

दिल्ली में दस नवंबर को हुए इस धमाके में अल फलाह यूनिवर्सिटी का नाम लगातार आ रहा है क्योंकि इस केस में जो प्रमुख आरोपी पकड़े गए हैं , उनकी कड़ी इसी यूनिवर्सिटी से जुड़ रही है। इसी वजह से एजेंसियां इस मामले को व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल के रूप में देख रही हैं और ईडी ने फंडिंग को लेकर गहरी जांच शुरू कर दी है। सुबह करीब पांच बजे से ईडी की टीमें यूनिवर्सिटी के ट्रस्ट से जुड़े लोगों और उनसे जुड़े संस्थानों पर छापेमारी कर रही हैं , खबर है कि दिल्ली एनसीआर में लगभग पच्चीस जगहों पर यह कार्रवाई चल रही है।

फरीदाबाद मॉड्यूल में यूनिवर्सिटी का नाम सामने आते ही कैंपस में डर और बेचैनी का माहौल है , खासकर इसलिए क्योंकि इस समय परीक्षा चल रही हैं और छात्र तथा कर्मचारी कैंपस से बाहर भी नहीं जा पा रहे हैं। हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन कोशिश कर रहा है कि कक्षाएं जैसे–तैसे चलती रहें और छात्रावास में रहने वाले स्टूडेंट वहीं टिके रहें , लेकिन फिर भी कुछ बच्चे डर के कारण घर लौट चुके हैं।

एक एमबीबीएस छात्र ने बताया कि ज्यादातर क्लास चल तो रही हैं पर सिर्फ औपचारिकता भर , माहौल शांत नहीं है और सबका ध्यान जांच पर ही टिका हुआ है। इस सबके बीच दिल्ली पुलिस पहले ही यूनिवर्सिटी के चेयरमैन को दो बार समन भेज चुकी है , उनसे कागज और जानकारी मांगी गई है ताकि इस मॉड्यूल की पूरी सच्चाई सामने आ सके।