अमेरिका में राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा कि गर्भवती महिलाओं को टायलनॉल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि इससे ऑटिज़्म का खतरा हो सकता है जबकि वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं है। ट्रंप ने साथ ही नवजात बच्चों को दी जाने वाली हेपेटाइटिस बी वैक्सीन में बदलाव की भी वकालत की और कहा कि इसकी खुराक 12 साल तक टाली जा सकती है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वैक्सीन की देरी खतरनाक हो सकती है और इससे लिवर की बीमारियों और कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है।
ट्रंप के स्वास्थ्य सलाहकार रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर ने ऑटिज़्म के कारणों पर फोकस करने की बात कही है और वैक्सीन से जुड़े पुराने दावों को फिर से जोर दिया है। इस बीच प्रमुख चिकित्सा संगठन टायलनॉल को गर्भावस्था में सुरक्षित विकल्प मानते हैं और डॉक्टर की सलाह के बिना दवा बंद करने की वकालत नहीं करते।
ट्रंप प्रशासन ने ऑटिज़्म के इलाज के लिए ल्यूकोवोरिन नामक दवा को बढ़ावा दिया है जिसे पहले कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों के लिए इस्तेमाल किया जाता था। हाल ही में एफडीए ने इसकी टैबलेट बच्चों के लिए मंजूर की है। जबकि वैज्ञानिक समुदाय ने ट्रंप के दावों की आलोचना की है और कहा है कि ऑटिज़्म के कारण मुख्य रूप से आनुवंशिक हैं।
