रुद्रप्रयाग में बादल फटने के बाद हालात का जायजा लेने पहुंचे डीएम, पैदल सफर कर गांव वालों तक पहुंचाया भरोसा

रुद्रप्रयाग में लगातार हो रही बारिश और बादल फटने से हालात बिगड़ गए हैं। चमोली और टिहरी गढ़वाल जिलों के साथ रुद्रप्रयाग में भी भारी…

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रुद्रप्रयाग में लगातार हो रही बारिश और बादल फटने से हालात बिगड़ गए हैं। चमोली और टिहरी गढ़वाल जिलों के साथ रुद्रप्रयाग में भी भारी तबाही देखने को मिली है। इस आपदा के बाद जिलाधिकारी प्रतीक जैन खुद मौके पर पहुंचे। पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रल्हाद कोंडे के साथ उन्होंने सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके ताल जामण का दौरा किया। वहां तक पहुंचने के लिए उन्हें पैदल ही कई किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ा।

तहसील बसुकेदार के इस दूरस्थ गांव में देर रात बादल फटने से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने पैदल चलकर टूटी सड़कों और बाधित रास्तों को पार किया और गांव में पहुंचकर नुकसान का आकलन किया। अधिकारियों ने गांव वालों से बातचीत कर उनकी परेशानियों को सुना और भरोसा दिलाया कि प्रशासन पूरी तरह उनके साथ खड़ा है।

ग्रामीणों को बताया गया कि प्रशासन की ओर से हर जरूरी मदद तुरंत पहुंचाई जाएगी। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को सड़क और पैदल मार्ग दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही प्रभावित लोगों तक खाद्यान्न और जरूरी सामान तत्काल पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।

इस बीच एसडीआरएफ की टीम लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है। ताल जामण के खतरनाक इलाके में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का काम किया गया। कठिन रास्तों और जोखिम भरी परिस्थितियों के बीच टीम ने साहस दिखाते हुए 40 ग्रामीणों को सुरक्षित बाहर निकाला। सुरक्षित जगह पहुंचने के बाद ग्रामीणों के चेहरों पर राहत साफ नजर आई।

इसके बाद एसडीआरएफ टीम कुम्द गांव पहुंची। अपर उप निरीक्षक हरीश बंगारी की अगुवाई में वहां से भी 30 लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया गया। अपने परिजनों से मिलते ही ग्रामीणों की आंखों में कृतज्ञता और सुकून साफ झलक रहा था। टीम के इस प्रयास ने लोगों के डर और चिंता को काफी हद तक कम कर दिया।