Dhirendra Shastri: आतंकवादियों पर जमकर बरसे धीरेंद्र शास्त्री, बोले ‘कौन कहता है कि आतंक का मजहब नहीं होता, जरा पहलगाम की घटना देखो’,

पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देश भर में आक्रोश देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश के छतरपुर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री…

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पहलगाम आतंकी हमले को लेकर देश भर में आक्रोश देखने को मिल रहा है। मध्य प्रदेश के छतरपुर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने भी इस हमले की निंदा की। उन्होंने कहा कि हिंदुओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वह हिंदुस्तान में भी खतरे में है यहां पर उनकी आबादी 80% है।


बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने एक वीडियो के जरिए कहा कि हिंदुस्तान में ही हिंदू होना अगर घातक है तो इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ भी नहीं है, पहलगाम में जो घटना हुई वह इस सदी की सबसे निंदनीय घटना है उन्होंने न जाति पूछा कि ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य या सेवक हो।

उन्होंने एससी, एसटी और ओबीसी के बारे में नहीं पूछा, उन्होंने भाषा के बारे में नहीं पूछा, बल्कि उन्होंने सिर्फ पूछा क्या तुम हिंदू हो और इसके बाद गोली मार दी। इससे बड़ा दुर्भाग्य इस देश का कभी नहीं हो सकता है।’


उन्होंने आगे कहा कि हिंदुओं के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि हिंदुस्तान में भी हिंदू होने पर खतरा है, जहां पर हिंदू की आबादी 80% है।

ऐसा खतरा इसलिए है क्योंकि हम बंटे हुए हैं। पहलगाम में 27 जिंदगियां उखड़ गई। किसी का भाई, किसी का पिता, तो किसी का पूरा परिवार उजड़ गया। बालाजी से प्रार्थना है कि वह सभी परिवार को बोल दे’


उन्होंने आगे कहा, ‘इस घटना ने हिंदुओं के लिए बड़ी चिंता जाहिर कर दी है। कौन कहता है कि आतंक का कोई मजहब नहीं होता। जरा पहलगाम की घटना को देख लो. इस घटना ने हृदय को झकझोर द‍िया और मन को तोड़ दिया है।

इस घटना ने हमें पुन:विचार करने पर छोड़ दिया है। हमें ईंट का जवाब पत्थर से देना चाहिए, पाकिस्तान सुधर नहीं सकता। हम कहना चाहेंगे कि अगर हिंदू अब नहीं जगे, तो कभी नहीं जगेंगे। इसलिए हम सबको एकजुट होकर अपनी शक्ति को बढ़ाना पड़ेगा। शस्त्र और शास्त्र दोनों का संवर्धन, दोनों का संरक्षण करना पड़ेगा। हिंदुओं जागो।’