दिल्ली क्राइम ब्रांच ने लाल किला ब्लास्ट मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इसके तहत अल-फलाह विश्वविद्यालय के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। आज दिल्ली पुलिस की टीम ओखला स्थित विश्वविद्यालय के कार्यालय पहुंची और यूनिवर्सिटी से संबंधित दस्तावेज मांगे गए। पुलिस ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी कागजात और जानकारी जल्द प्राप्त की जाएगी।
लाल किला ब्लास्ट के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। मुख्य मार्ग, बाजार और मेट्रो कॉरिडोर को सीसीटीवी कैमरों से रियल टाइम मॉनिटर किया जा रहा है। कंट्रोल रूम को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। सोशल मीडिया पर भी सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी जारी है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि अफवाह या भ्रामक सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी।
इसी मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस और एनआईए की संयुक्त कार्रवाई में अल-फलाह विश्वविद्यालय का एक एमबीबीएस छात्र निसार आलम को दालखोला से गिरफ्तार किया गया। छात्र और उसका परिवार लुधियाना में रह रहा था। बताया गया कि आलम हाल ही में पारिवारिक समारोह में शामिल होने दालखोला आया था। एनआईए ने मोबाइल टावर लोकेशन ट्रैक कर उसे गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के बाद आलम को स्थानीय इस्लामपुर पुलिस स्टेशन में लाया गया और कुछ घंटे पूछताछ के बाद दार्जिलिंग जिले के सिलीगुड़ी भेज दिया गया। शनिवार सुबह तक मिली जानकारी के अनुसार, एनआईए उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाने की तैयारी कर रही है।
